आदित्यपुर: कन्हैया सिंह हत्याकांड के बाद अलग-अलग राजनीतिक संगठनों द्वारा दिए गए अल्टीमेटम की मियाद शनिवार को समाप्त हो रही है. रविवार को राजनीतिक दल आगे की रणनीति तय करेंगे. हालांकि इसको लेकर भी अलग-अलग बयानबाजी शुरू हो गए हैं.
कांग्रेसी नेता संतोष सिंह ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के निर्देश पर जिला अध्यक्ष छोटेराय किस्कू के नेतृत्व में 3 जुलाई को विरोध कार्यक्रम करेंगे. शुक्रवार को पूर्व विधायक के आवास पर कांग्रेसी नेता गोपाल प्रसाद, अंबुज कुमार, रिजवान खान, रामवृक्ष गुप्ता आदि शोक व्यक्त करने पहुंचे और अपने निर्णय से आलाकमान को अवगत कराते हुए धरना- प्रदर्शन की रणनीति तय की. संतोष सिंह ने बताया, कि विरोध प्रदर्शन में कोल्हान के तीनो जिला अध्यक्ष, रमा खलखो, केशव महतो, कमलेश आदि हिस्सा लेने आएंगे. इस धरना- प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए शनिवार को तीनों जिला अध्यक्ष अपने- अपने क्षेत्र में कांग्रेसियों के साथ बैठक करेंगे.
जिलाध्यक्ष ने नकारा
उधर आदित्यपुर नगर अध्यक्ष संतोष सिंह के बयान से जिला अध्यक्ष छोटेराय किस्कू ने किनारा करते हुए धरना- प्रदर्शन से साफ इंकार किया है. उन्होंने कहा कि 72 घंटों के अल्टीमेटम की मियाद समाप्त होने पर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं सांसद गीता कोड़ा के नेतृत्व में एक समीक्षा बैठक की जाएगी. जिसमें पुलिस द्वारा किए गए अनुसंधान पर चर्चा की जाएगी. उसके बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी. उन्होंने बताया कि पुलिस को समय देना होगा. पुलिस सरकार का एक अंग है. हम गलत का विरोध जरूर करेंगे, मगर जब तक कि आलाकमान का कोई आदेश नहीं आता किसी निष्कर्ष पर निकलना जल्दबाजी होगा. उन्होंने संतोष सिंह के बयानों को निजी बताया.
बाईट
छोटेराय किस्कू (जिलाध्यक्ष- सरायकेला- खरसावां कांग्रेस)
तो क्या आदित्यपुर कांग्रेस का अपनी डफली अपना राग !
कन्हैया सिंह हत्याकांड के बाद उपजे हालात को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों में आक्रोश व्याप्त है. लोग अपने अपने तरीके से विरोध जता रहे हैं. भाजपा, कांग्रेस जेएमएम सभी ने कन्हैया सिंह हत्याकांड पर पुलिस को कटघरे में खड़ा किया है. हालांकि अभी किसी ने भी आगे की रणनीति का खुलासा नहीं किया है. ऐसे में आदित्यपुर नगर कांग्रेस अध्यक्ष की बयान बाजी और कांग्रेस जिला अध्यक्ष के बयानों से साफ हो गया है, कि कांग्रेसी अपनी डफली से अपनी राग अलापते हैं. पार्टी आलाकमान से उनका कोई लेना-देना नहीं. कांग्रेस सूत्रों की अगर मानें तो संतोष सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं सांसद गीता कोड़ा ने ऐसे बयानबाजी से बचने की नसीहत दी थी, मगर उन्होंने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर बयान बाजी किए हैं, जिसका खामियाजा संभवत उन्हें भुगतना पड़ सकता है. कांग्रेस सूत्र बताते हैं कि एक नगर अध्यक्ष तीन- तीन जिला अध्यक्षों को धरना- प्रदर्शन के लिए आमंत्रित करने वाला कौन होता है ? क्या इसके लिए प्रदेश आलाकमान या जिला अध्यक्ष की सहमति ली गई है ? वैसे आदित्यपुर के लोग यह भी कहते सुने जा रहे हैं, कि नेताओं को कन्हैया सिंह से कम पूर्व विधायक से ज्यादा सहानुभूति है. यही कारण है कि नेता अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं, और पुलिस पर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं.