आदित्यपुर: लोकआस्था के महापर्व छठ की तैयारियों का शनिवार को उपायुक्त एवं एसपी ने गम्हरिया से लेकर आदित्यपुर के छठ घाटों का जायजा लिया और मौके पर मौजूद सभी प्रशासनिक अधिकारियों को युद्धस्तर पर छठ घाटों की साफ- सफाई और पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया.
इस दौरान उपायुक्त ने 32 नंबर कुलुपटंगा छठ घाट पर गंदे पानी का बहाव और आसपास फैले गंदगी को साफ करने और पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया. साथ ही स्थानीय कमेटियों से सामंजस्य स्थापित कर विधि- व्यवस्था कायम करने की बात कही. इस दौरान विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावे आदित्यपुर नगर निगम के ने वर्तमान मेयर विनोद कुमार श्रीवास्तव भी मौजूद रहे.
इसके बाद प्रशासनिक काफिला बाबा कुटी छठ घाट पहुंचा. बता दे कि इस साल भी प्रशासनिक स्तर पर बाबा कुटी छठ घाट को डेंजर जोन घोषित कर दिया गया है. इसको लेकर प्रशासनिक टीम को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा, हालांकि उपायुक्त ने साफ तौर पर कहा है कि घाट पर प्रशासनिक स्तर से छठ व्रत करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. बता दे कि पिछले 3 साल से इस घाट को डेंजर जोन घोषित किया जा रहा है, जबकि 65 लाख की लागत से यहां छठ घाट का निर्माण कराया गया है, जो उद्घाटन के बगैर ही डेंजर बन चुका है, जो कहीं ना कहीं नगर निगम के भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रहा है. वैसे यहां निवर्तमान मेयर विनोद कुमार श्रीवास्तव नहीं पहुंचे. उपायुक्त के जाते ही छठ व्रती महिलाओं ने करीब 1 घंटे तक एसडीओ को घेरे रखा और अपनी समस्याओं से अवगत कराया. स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब डेढ़ हजार व्रती यहां छठ करने हर साल जुटते हैं. डेंजर जोन घोषित कर देने से उनके समक्ष दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. एसडीओ पारुल सिंह ने स्थानीय लोगों को भरोसा दिलाया, कि छठ पर्व के बाद पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी. फिलहाल लोक आस्था के पर्व में किसी तरह का कोई विघ्न उत्पन्न ना हो इसको लेकर सावधानी पूर्वक व्रत को पूर्ण करें. वहीं एसडीओ ने नगर निगम प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए इसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ. इधर एसपी डॉ विमल कुमार ने पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की बात कही है. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक को लेकर विशेष नियम बनाएगा जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो.