आदित्यपुर: मंगलवार की रात टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ स्थित एमटीसी मॉल के पीछे हुए बम कांड मामले में पुलिसिया तफ्तीश जारी है. इन सबके बीच लोगों के जेहन में कई सवाल कौंध रहे है. आखिर अजय प्रताप सिंह और बाबू दास पर बम से हमला किसने कराई ? अपराध जगत से कई नाम सामने आ रहे हैं. वैसे अभी किसी का नाम खुलकर लेने से पुलिस बच रही है. पूर्व के घटनाओं पर गौर करें तो आपराधिक गिरोहों के बीच वर्चस्व को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया है.
आपको बता दें कि अजय प्रताप सिंह एक साधारण बिजनेसमैन हुआ करता था. उसका मुख्य काम बिल्डर को मेटेरियल सप्लाई करना रहा है. हाल के दिनों में आनंदपुर में जमीन दलाली से अजय नाम सुर्खियों में आया है. विदित हो कि आनंदपुर में ही जमीन दलाली के चक्कर में रंजीत बेज की हत्या हो चुकी है. उसके बाद अजय प्रताप यहां सक्रिय हुआ. यहीं से उसकी दोस्ती बाबू दास, विक्की नंदी, संतोष थापा, डोमेनिक सैमसन वगैरह से हुई है. आनंदपुर में जमीन दलाली में बाबू दास, अजय प्रताप और डोमेनिक ने हाल के दिनों में खूब पैसे कमाए हैं. आपराधिक सूत्रों की माने तो अजय, बाबू और डोमेनिक ने एक जमीन के डील में 50 लाख रुपए बतौर दलाली कमाए हैं, तीनों ने नई लक्जरी गाड़ियां खरीदे हैं. अंदरख़ाने की माने तो कार्तिक मुंडा और संतोष थापा के नाम पर अजय और बाबू दास इलाके में भौकाल बनाकर आपराधिक गिरोहों के बीच अपनी पैठ बनाने में जुटे थे. संतोष थापा ने अजय प्रताप और बाबू दास से बिल्डिंग मैटेरियल का काम अपने लोगों को देने की बात कही, जिसे अजय और बाबू ने इंकार कर दिया.
इधर 12 वर्षों से फरार कार्तिक मुंडा को जब इसकी जानकारी हुई कि उसके नाम का भौकाल बनाकर अजय और बाबू इलाके में जमीन की दलाली कर रहा है ओर उसे कुछ नहीं मिल रहा है तो उसने संतोष थापा से हाथ मिला लिया. सूत्रों की माने तो हाल के दिनों में सागर लोहार, कार्तिक मुंडा और संतोष थापा गैंग एक हो गए हैं. हालांकि इनमें से सागर लोहार जेल में जबकि कार्तिक मुंडा फरारी में है. अकेला संतोष थापा बाहर है, मगर वह भूमिगत है. खबर है कि वह नेपाल से गिरोह को संचालित कर रहा है. सूत्र बताते हैं कि कार्तिक मुंडा और संतोष थापा ने मिलकर उक्क्त घटना को अंजाम दिलाया है. तीन साल पूर्व स्क्रैप कारोबारी विक्की नंदी पर भी इसी तरह का हमला हुआ था. उसकी गाड़ी पर भी बम फेंका गया था जिसमे विक्की बाल- बाल बच गया था. सूत्र बताते हैं कि अपराधियों के हिटलिस्ट में विक्की नंदी का नाम सबसे ऊपर है. मंगलवार की घटना के बाद नंदी भी अजय और बाबू के साथ नजर आया था.
किसने फेंका बम !
बम से हमला करने में कुख्यात अपराधी भट्टा लोहार को महारत हासिल है. फिलहाल वह जेल में है. उसके बाद इस कला में मोती विशोई माहिर है. मोती फिलहाल जमानत पर है. टूना सिंह, मोती और राम मणि इन दिनों इलाके में सक्रिय है. एक पखवाड़ा पूर्व जमशेदपुर के कदमा थाना अंतर्गत मरीन ड्राइव में विक्की नंदी और मोती विशोई के बीच झड़प होने का मामला प्रकाश में आया था, जिसे दबा दिया गया. एक हफ्ते पूर्व आरआईटी थाना क्षेत्र में भी विक्की की रेकी हो रही थी, एन मौके पर टाईगर मोबाइल के जवान वहां पहुंच गए जिसके बाद अपराधी भाग निकले. कुल मिलाकर मंगलवार की घटना एक तीर से दो निशान साधने के उद्देश्य से किया गया घटना है. वैसे पुलिस ने एफएआर दर्ज कर लिया है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि पुलिस मामले का खुलासा कबतक करती है. क्योंकि यह जिले के एसपी, एसडीपीओ और आदित्यपुर थानेदार के लिए अग्निपरीक्षा होगी. साथ ही वैसे अपराधी जो हाल के दिनों में जमानत पर बाहर निकले हैं उनपर नकेल कसना भी एक बड़ी चुनौती होगी.