आदित्यपुर: गायत्री शिक्षा निकेतन विद्यालय आदित्यपुर व सिमरी बख्तियारपुर के संस्थापक महान समाजसेवी सहृदय महान शिक्षाविद इंजीनियर योगेंद्र प्रसाद यादव (वाईपी यादव) का 78 वर्ष की उम्र में बुधवार को आकस्मिक निधन हो गया. उनके निधन की खबर मिलते ही आदित्यपुर में शोक की लहर दौड़ पड़ी. वे अपने पीछे 2 पुत्र पुत्र वधू एवं पोता- पोती को छोड़ गए हैं.
बुधवार को वैदिक रीति रिवाज के साथ बिष्टुपुर पार्वती घाट में उनका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ. बड़े पुत्र सत्यप्रकाश सुधांशु ने मुखग्नि दी. शव यात्रा में ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह, नप के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह, सेवानिवृत्त जज इंद्रासंन यादव, कांग्रेस नेता राज किशोर यादव, विजय यादव, वेदानंद झा, अधिवक्ता ओम प्रकाश, जगदीश नारायण चौबे, सुरेश धारी, बिरेंद्र यादव, राम बचन सिंह, मनमोहन सिंह, श्रीनिवास यादव, एस एन यादव, अंबुज कुमार, सतीश शर्मा, जगदीश मंडल, राम स्वरूप सिंह, निरंजन मिश्रा, अनिल तिवारी, अर्जुन कुमार, संजय कुमार, अजय शर्मा, अरुण पाठक, बैजू यादव, बिनोद उपाध्याय, एसबी सिंह, रामशीष यादव, पूर्व पार्षद सतीश मिश्रा आदि शामिल हुए.
स्वर्गीय यादव का जन्म बिहार के सहरसा जिले के खमौती गांव के एक मध्यम वर्गीय परिवार में 1 जनवरी 1945 को हुआ था. वे जमशेदपुर के टायो कंपनी में ख्याति प्राप्त इंजीनियर रहे. उन्होंने 5 सितंबर 1993 को 7 बच्चों से गायत्री शिक्षा निकेतन आदित्यपुर विद्यालय की स्थापना की. जिसमें इनको काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा परंतु वे जीवट प्राणी थे. भिन्न- भिन्न कठिनाइयों का सामना करते हुए आज गायत्री शिक्षा निकेतन आदित्यपुर सीबीएसई प्लस टू स्कूल तथा सिमरी बख्तियारपुर बिहार में प्रतिष्ठित सीबीएसई स्कूल स्थापित कर शिक्षा के प्रति अपने अनुपम योगदान से समाज को प्रतिष्ठित किए तथा अनेकों परिवारों को रोजगार के साथ शिक्षा मुहैया कराते रहे. शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया. बड़े पुत्र इंजीनियर सत्यप्रकाश सुधांशु एवं छोटे पुत्र डॉक्टर ओपी आनंद हैं.