आदित्यपुर: रविवार दोपहर दोस्तों संग आसंगी खरकई नदी में बने चेकडैम में नहाने गए इच्छापुर के दो नाबालिग युवकों का देर शाम तक कोई सुराग नहीं मिल सका. अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया सोमवार को फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा.
बता दें कि रविवार को दिन के करीब 12:00 बजे इच्छापुर के चार- पांच युवक आसंगी में निर्माणाधीन चेकडैम में नहाने गए थे. इसी दौरान लाईन टोला निवासी शंभू महतो के पुत्र आदित्य महतो (15) एवं मंदिर टोला निवासी प्रकाश मोदी के पुत्र सुमित मोदी (15) पानी के तेज बहाव में फंस गए. करीब 3:00 बजे के आसपास साथ गए युवकों ने दोनों के परिजनों घटना की सूचना दी जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया. भागे- भागे परिजन आसंगी घाट पहुंचे तबतक यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई. सूचना मिलते ही वार्ड- 24 के पूर्व पार्षद धीरेन महतो, आरआईटी थाना प्रभारी विनय कुमार, आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह, गम्हरिया सीओ कमल किशोर सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे और अपने- अपने स्तर से गोताखोरों को बुलाने में जुट गए.
देर शाम करीब 6:30 बजे सोनारी से देवाशीष धीवर की टीम मौके पर पहुंची. जहां करीब डेढ़ घंटे तक गोताखोरों ने दोनों युवकों की तलाश की मगर उन्हें सफलता नहीं मिली. बारिश और अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया गोताखोरों को कल फिर से बुलाया गया है. इस बीच पुरेन्द्र ने घटना की जानकारी डीसी और स्थानीय विधायक सह पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को दे दी है. उपायुक्त ने एनडीआरएफ रांची से विशेष गोताखोरों को बुलाया है. संभवतः कल एनडीआरएफ के गोताखोर भी पहुंच जाएंगे.
दोनों युवक अपने घर का है इकलौता चिराग
बताया जाता है कि दोनों नाबालिग अपने मां- बाप के इकलौते वारिश हैं. आदित्य महतो की एक बहन है, जबकि सुमित मोदी से बड़ी दो बहनें हैं. दोनों के परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है.
घटना दुःखद: पुरेन्द्र
सूचना पर पहुंचे आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह ने अपने स्तर से सोनारी से देवाशीष धीवर एंड टीम के अलावे टाटा स्टील से भी गोताखोरों को मदद के लिए बुलाया. रविवार होने और शहर में फुटबॉल मैच होने के कारण अन्य गोताखोर नहीं पहुंच सके. उसके साथ उन्होंने उपायुक्त एवं स्थानीय विधायक सह पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को मामले से अवगत कराते हुए मदद की अपील की. उन्होंने घटना पर दुःख प्रकट करते हुए कहा कि दो- दो युवाओं का इस तरह से डूब जाना बेहद मार्मिक है. ईश्वर से कामना करता हूं कि किसी तरह बच्चे सुरक्षित हों. सुबह जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करायी जाएगी, ताकि कुछ भी संभावना हो तो तत्काल दोनों बच्चों को बचाया जा सके. हालांकि इसकी संभावना कम ही है. उन्होंने जिले में गोताखोरों की एक टीम को सक्रिय करने की बात कही है. श्री सिंह ने कहा कि इस तरह के हादसे के वक्त गोताखोरों की याद आती है और उनके अहमियत का आभास होता है. जिला स्तर पर गोताखोरों की एक टीम बनाने और उनके द्वारा युवाओं को प्रशिक्षित करने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि नगर निगम को भी आगे आकर इसपर पहल करने की जरूरत है.