आदित्यपुर: सरायकेला की सड़कों पर हादसे थमने का नाम नहीं ले रहा है. शायद ही कोई ऐसा दिन हो जिस दिन जिले की सड़कों पर हादसे न हो. शुक्रवार देर रात हुए एक और दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है. जहां टाटा- कांड्रा मार्ग पर आदित्यपुर थाना अंतर्गत डीवीसी मोड़ के समीप ब्रेक डाउन ट्रक से होंडा इमेज कार जा टकराया जिससे कार के परखच्चे उड़ गए वहीं चालक गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस की सहायता से टीएमएच पहुंचाया. चालक की स्थिति नाजुक बताई जा रही है.
मिली जानकारी के अनुसार डीवीसी मोड़ के समीप ट्रक संख्या JH01AD- 1445 ब्रेक डाउन था इसी बीच होंडा अमेज कार संख्या JH05CQ- 9536 जो कांड्रा की ओर से आ रही थी ने ट्रक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतना जबरदस्त था कि कार के परखच्चे उड़ गए. इस हादसे में कार चालक गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे सूचना पर पहुंची पुलिस ने रोड एंबुलेंस के सहयोग से टीएमएच भिजवाया, हालांकि चालक की पहचान नहीं हो सकी है. बताया जा रहा है कि कार चालक की स्थिति नाजुक बनी हुई है. वहीं पुलिस ने ट्रक एवं दुर्घटनाग्रस्त कार को जप्त कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
आखिर कैसे रुकेगा जिले की सड़कों पर हादसों का सिलसिला, क्या कर रही ट्रैफिक पुलिस ?
राज्य के परिवहन मंत्री के गृह जिले की सड़कों पर हादसों का नया रिकॉर्ड बन रहा है. एक तिमाही में करीब 70 सड़क दुर्घटनाओं में डेढ़ सौ से ज्यादा घायल हुए हैं, जबकि दर्जनों लोग काल के गाल में समा गए हैं. सालभर के आंकड़े और भी भयावह हैं. सड़क पर बेतरतीब खड़े भारी वाहन, खराब स्ट्रीट लाइट और सर्विस रोड के जर्जर अवस्था सड़क हादसों का एक कारण है. वहीं परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस और सड़क निर्माता कंपनी जेआरडीसीएल की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता. परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस का ध्यान राजस्व संग्रह पर अधिक है वो भी छोटे वाहनों से बड़े और भारी वाहनों की कमाई उनकी जेब में जा रहा है. सड़क निर्माता कंपनी जेआरडीसीएल की लापरवाही का आलम ये है कि समूचे टाटा- कांड्रा रोड के सर्विस रोड में जहां- तहां गड्ढे खोदकर छोड़ दिये गए हैं जिसका री- स्टॉलेशन नहीं किया गया है. स्ट्रीट लाइटों का कोई देखभाल नहीं किया जा रहा है, यात्री मजबूर होकर मुख्य सड़क पर चलने को मजबूर हैं. खरकई पुल से शुरू हुआ सर्विस रोड का अतिक्रमण कांड्रा पदमपुर तक जारी है. पान दुकान चौक, आकाशवाणी चौक, आदित्यपुर शेर- ए- पंजाब चौक, इमली चौक, एस टाइप चौक, गम्हरिया बाजार सरीखे कुछ ऐसे पोइंट्स हैं जहां ट्रैफिक पुलिस की तैनाती के बावजूद जाम की स्थिति बनी रहती है. यहां ट्रैफिक पुलिस केवल हेलमेट और सीट बेल्ट के नाम पर चालान काटती नजर आती है. मगर सड़क पर जाम न लगे इसको लेकर जतन करती नजर नहीं आती नतीजतन आए दिन हादसे हो रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जब टोल रोड पर सुविधा नहीं तो टैक्स क्यों ? बता दें कि टाटा- कांड्रा, कांड्रा- चाईबासा मार्ग टोल रोड है. यहां से आवागमन करने वालों को टैक्स देना पड़ता है बावजूद इसके उन्हें दुरुस्त ट्रैफिक व्यवस्था नहीं मिलना चिंता का विषय है. इतना ही नहीं पदमपुर टोल प्लाजा पर तो टैक्स के रूप में अवैध वसूली का गोरख धंधा भी चल रहा है. जिसपर किसी का ध्यान नहीं है. बता दें कि पदमपुर टोल प्लाजा का टेंडर समाप्त हुए साल भर से अधिक बीत चुके हैं. अब तक इसका टेंडर नहीं हुआ है. नतीजतन एजेंसी अवैध रूप से टोल की वसूली कर रही है. टैक्स वसूली के पैसे कहां जा रहे हैं, इसका लेखा-जोखा किसके पास है यह बताने वाला कोई नहीं.