आदित्यपुर: टाटा- कांड्रा- सरायकेला सड़क के दोनों तरफ मुख्य और सर्विस रोड पर चलना राहगीरों के लिए जानलेवा बनता जा रहा है. अतिक्रमण और अवैध पार्किंग पर कोई बोलने वाला नहीं है. जेआरडीसीएल केवल टोल वसूलने तक ही सीमित रह गया है वहीं ट्रैफक पुलिस जुर्माना वसूलने में व्यस्त है. जाम का सामना करे राहगीर, जान दे राहगीर. न एमवीआई न परिवहन विभाग. सब के सब ड्यूटी बजाने और वीवीआइपी- वीआईपी के आवभगत में परेशान हैं. कोलाबिरा से लेकर सिनी मोड़ तक सड़क चलने लायक नहीं रह गए हैं, जबकि इसी मार्ग से वीआईपी मूवमेंट हर दिन होते हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर राहगीरों की सुरक्षा हो कैसे ?
विदित हो कि रात के वक्त उक्त सड़क पर कहीं भी स्ट्रीट लाइट नहीं जलते हैं जिससे सड़क पर सामान्य राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हर दिन इस मार्ग पर हादसे हो रहे हैं मगर सुध लेने वाला कोई नहीं है.
देर रात आदित्यपुर थाना अंतर्गत मोटल मधुबन के समीप हुए भीषण सड़क हादसे में एक एलपीटी के चालक ने ब्रेक डाउन पड़े दस चक्का ट्रक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. करीब आधे घंटे तक एलपीटी के केबिन में ही चालक फंसा रहा. सूचना मिलने के बाद भी सड़क निर्माता कंपनी जेआरडीसीएल की एम्बुलेंस नहीं पहुंची. उधर सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों के मदद से एलपीटी के चालक को दुर्घटनाग्रस्त वाहन के केबिन से बाहर निकाला और अपने साथ अस्पताल ले गई.