सरायकेला: झारखंड सरकार द्वारा मत्स्यजीवी किसानों को सहयोग किया जा रहा है. जिसका असर सरायकेला जिले में दिखने लगा है. जहां सीतारामपुर जलाशय में लगभग हर हफ्ते बड़ी मछलियां मिल रही है. शनिवार को भी डैम से लगभग 40 से 45 किलो वजन का मछली निकाला गया. इसको लेकर मछुआरों में खुशी देखी गई. 70 एकड़ भू-भाग में फैले इस डैम में 7 गांवों के मत्स्यजीवी समितियों द्वारा यहां मछली पालन किया जा रहा है. सरकारी सुविधाएं मिलने और मत्स्य जीवी किसानों के बुलंद हौसलों का ही परिणाम है कि डैम में एक से बढ़कर एक मछलियों का उत्पादन हो रहा. बीते साल भी इस डैम से 20 किलो का मछली मिला था जिसकी खूब चर्चा हुई थी. इस साल अबतक की सबसे बड़ी मछली डैम से निकाली गई है. मछुआरों की अगर मानें तो ऐसी कई मछलियां इस डैम में हैं वही विशेषज्ञों की अगर माने तो सीतारामपुर जलाशय में मछलियों का ग्रोथ रेट काफी अच्छा है और यहां की मछलियों का स्वाद भी अन्य तालाबों की तुलना में बेहतर है. बहरहाल 45 किलो की मछली शनिवार को सीतारामपुर के पास लगने वाले साप्ताहिक हाट में मुख्य आकर्षण का केंद्र रही.
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