“यास” चक्रवाती तूफ़ान के प्रभाव से निपटने के लिए आदित्यपुर नगर निगम टीम द्वारा आपदा प्रबंधन यूनिट के रूप में काम किया गया है , “यास” चक्रवाती तूफ़ान के प्रभाव से निपटने के लिए आदित्यपुर नगर निगम द्वारा 40 कर्मियों की एक QRT टीम बनाई गई है , नगर प्रबंधक एवं जेई को इसका इंचार्ज बनाया गया साथ ही सफाई सुपरवाइजर को भी काम पर लगाया गया. अपर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद पूरे टीम के साथ 24×7 नियंत्रण रखते हुए पूरी टीम को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर रहे है. नगर निगम टीम मंगलवार से काम करना शुरू किया था,
QRT टीम के लिए 40 नए रेनकोट दिया गया, ताकि मूसलाधार बारिश में भी काम में कोई बाधा ना आए. नगर प्रबंधक अंबुज कुमार को को–ऑर्डिनेटर बनाया गया है. अपर नगर आयुक्त के दिशा निर्देश पर टीम ने राममड़ैया , शांति नगर के निवासियों को सुरक्षित आश्रय गृह में पहुंचाया गया. लेमांशु कुमार एवं निखिल किरण को प्रभातवित लोगों को अनाज और आवश्यक समान का व्यवस्था करने का निर्देश अपर नगर आयुक्त ने दिया है, 2 जेसीबी और सभी पंपिंग सेट को रेडी मोड में रखा गया था जिसके माध्यम से नाला बहाव में आई रुकावट को आज कई जगह दूर किया गया. अपर नगर आयुक्त द्वारा जिंदल, सापूर जी एवं अन्य एजेंसियों के काम का प्रतिदिन रिपोर्ट लेने हेतु टीम का गठन किया गया है. बरसात से पहले निर्माणाधीन योजनाओं को हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया गया है,
ताकि बरसात में लोगों को तकलीफ ना हो. बरसात में आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में जल–जमाव न हो इसके लिए नगर निगम अपना तैयारी ज़ोर–शोर से चला रही है. अपर नगर आयुक्त ने बरसात से पहले बड़े एवं छोटे नालों का सफाई करने का निर्देश संबंधित एजेंसी को दिया है. कोरोना को भी निगाह में रखते हुए क्लीनिंग एवं सेनिटाइजेशन का कार्य रोस्टर के अनुरूप किया जा रहा है. हालांकि यह जानकारी नगर निगम प्रशासन की ओर से मीडिया को उपलब्ध कराया गया, लेकिन निगम क्षेत्र की स्थिति ठीक इसके उलट देखने को मिला.
पूरे निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में जलजमाव से जनजीवन अस्त- व्यस्त नजर आया. आपको बता दें कि नगर निगम क्षेत्र के सभी वॉर्डों में सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम को लेकर खोदे गए गड्ढों के कारण बारिश क कारण स्थिति भयावह बनी हुई है. कहीं- कहीं तो सड़क गड्ढों में तब्दील नजर आया, जिससे आम लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.