गया: शहर के एक निजी भवन में राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ ग्रुप सी गया प्रमंडल के सचिव विकास कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 27 मार्च को सेमिनार ‘बुढ़ापे की लाठी’ का आयोजन किया जाएगा. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई लोकसभा सांसद चिराग पासवान, जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ. अरुण कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी सह सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता ऋतुराज कुमार शामिल होंगे.
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विकास कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बहाली और नई पेंशन नीतियों के खिलाफ 27 मार्च को गया- पटना रोड स्थित इंपीरियल ड्रीम्स रिसोर्ट में एक सेमिनार का आयोजन होगा. जिसमें कर्मचारियों की हितों को लेकर आगामी सम्मेलन में एकजुट होकर सफल बनाने का आह्वान किया जाएगा. उन्होंने कर्मियों के हितों व उनके अधिकारों पर एकजुट होने व संघर्ष करने पर जोर दिया. डाक कर्मचारियों की मांग है, कि नई अंशदायी पेंशन (एनपीएस) योजना को समाप्त कर सभी कर्मचारियों के लिए पुरानी परिभाषित पेंशन योजना को बहाल किया जाए. साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य की सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार डाक कर्मचारियों को पुरानी पेंशन को लागू नहीं करती है तो 28 एवं 29 मार्च को गया प्रमंडल में तालाबंदी कर कामकाज को ठप रखेंगे. सरकार की आंखों में जो पट्टी बंधी हुई है, उसे कर्मचारियों ने मिलकर हटाने का निर्णय लिया है. जिसको लेकर ही ‘बुढ़ापे की लाठी’ का सेमिनार का आयोजन किया जाएगा.
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विकास कुमार (सचिव- राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ)
वही राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि वर्ष 2004 से नई पेंशन नीति लागू कर दी गई, जिसके तहत रिटायर होने के बाद बहुत ही कम पेंशन की राशि मिलती है. जिसमें परिवार का तो दूर अपना भी गुजारा नहीं हो पाता है. जबकि 2004 से पहले जो पेंशन नीति थी उसमें रिटायर्ड के बाद अच्छी पेंशन मिलती थी, लेकिन नई नीति के तहत रिटायर हुए कर्मचारियों को जीवन गुजर करना मुश्किल हो गया है. ऐसे में बुढ़ापे में रिटायर्ड होने वाले कर्मचारी कहां जाएंगे ? इसलिए पुरानी पेंशन नीति लागू कराने को लेकर सेमिनार का आयोजन किया गया है.
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राजेश कुमार (अध्यक्ष- राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ)
गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट