सरायकेला- खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना अंतर्गत टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ के समीप स्थित खोसला धर्म कांटा के पास हुए देवव्रत गोस्वामी उर्फ देबू दास हत्याकांड मामले में सनसनीखेज और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देबू की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि देबू के साथ उसकी मोटरसाइकिल पर बैठे युवक ने की है. मतलब साफ है कि देबू की हत्या उसके करीबी ने की है. सूत्र बताते हैं कि देबू सुबह अपनी मोटरसाइकिल से अकेले घर से निकला था. रास्ते में कोई परिचित उसकी गाड़ी पर बैठा और खोसला धर्म कांटा के समीप पीठ में सटाकर गोली मार दी. जिससे देबू जमीन पर गिर पड़ा. गोली मारने वाले शख्स ने उसे तड़पता छोड़ आसानी से पैदल ही भाग निकला. घटनास्थल से पुलिस ने खोखा, जिंदा कारतूस और चप्पल बरामद किया है.
होटल दिखाने जा रहा था देबू
सूत्र बताते हैं कि देबू का एक होटल है जो खोंसला धर्मकांटा के पास है. जो काफी समय से बंद पड़ा है. कल शाम को किसी ने होटल किराए पर लेने का सौदा किया था. वही आज होटल देखने पहुंचा था, जिसे देबू अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर होटल दिखाने ले जा रहा था. इसी दौरान यह घटना घटी.
आपराधिक पृष्टभूमि रहा है देबू का
देबू हत्या और रंगदारी के मामलों में जेल जा चुका था. हाल ही में रेलवे में टेंडर मैनेज मामले में गैंगस्टर मनोज सरकार के साथ जेल गया था. फिलहाल वह जमानत पर था, और हाइवा के जरिये बालू उठाव और स्क्रैप का कारोबार से जुड़ा था.
आदित्यपुर में गैंगवार का पुराना रहा है इतिहास
आदित्यपुर थाना क्षेत्र में गैंगवार का पुराना इतिहास रहा है. क्षेत्र में सागर लोहार, संतोष थापा और मनोज सरकार गिरोह अक्सर किसी न किसी बड़ी घटना को अंजाम देकर पुलिस के लिए चुनौती पेश करते रहे हैं. संतोष थापा और सागर लोहार गिरोह बालू और जमीन के खेल में जहां वर्चस्व को लेकर आपस में टकराते रहे हैं, वहीं मनोज सरकार गिरोह रेलवे और स्क्रैप के कारोबार में एकाधिकार को लेकर डटे हुए हैं. हालांकि पिछले साल छठ पर्व के प्रातःकालीन अर्ध्य के दिन विक्की नंदी पर हुए बमबारी मामले में चर्चा में आने के बाद अपराधकर्मी बबलू दास से सागर लोहार ने किनारा कर लिया है, जिसके बाद से बबलू दास अलग गिरोह बनाने की तैयारी कर रहा है, फिलहाल वह जेल में है.
अगला टार्गेट कौन !
जिस तरह से पिछले साल छठ पर्व के प्रातः कालीन अर्ध के दौरान सुबह-सुबह अपराधियों ने मनोज सरकार गिरोह के स्क्रैप कारोबारी विक्की नंदी को टारगेट कर बमबारी की थी, उसी तर्ज पर गुरुवार तड़के अपराधियों ने देबू दास को टारगेट किया. हालांकि बमबारी में विक्की नंदी बाल-बाल बच गया था, मगर देबू जान से हाथ धो बैठा. विक्की और देबू दोनों ही मनोज सरकार गिरोह से ताल्लुक रखता है. तो क्या अगला टारगेट विक्की नंदी है ! हालांकि बमबारी के बाद विक्की नंदी ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है.
आधा दर्जन संदिग्धों को उठाया पुलिस ने
गुरुवार तड़के हुए देबू हत्याकांड मामले में पुलिस ने आधा दर्जन युवकों को पूछताछ के लिए उठाया है. इनमें से ज्यादातर हिस्ट्रीशीटर हैं. पुलिस अपराध की दुनिया से राजनीति की ओर कदम बढ़ा रहे सन्नी सरदार, सुमित शर्मा, गुड्डू, आशीष गोराई, चन्दन डेविड वगैरह से पूछताछ कर रही है. हालांकि हमारे सूत्रों के अनुसार इनमें से कोई भी हत्यारा नहीं है. साजिशकर्ता भले हो सकता है. क्योंकि हत्यारे की उम्र 20 से 22 साल के आसपास की बताई जा रही है.
बोले एसपी
इधर घटना की जानकारी मिलते ही एसपी आनंद प्रकाश मौका- ए- वारदात पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. उन्होंने जल्द मामले का खुलासा करने की बात कही है वैसे एसपी ने भी गैंगवार से इनकार नहीं किया है उन्होंने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है दोषी बख्शे नहीं जाएंगे.
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आनंद प्रकाश (एसपी- सरायकेला- खरसावां)