SARAIKELA प्रखंड अंतर्गत बाना टांगरानी स्थित प्राचीन गुरुकुल आश्रम में पूर्व प्रायोजित पंच कुंडीय सम्पुट श्रीमद भगवत गीता यज्ञ का सोमवार से शुभारंभ होगा. 14 मार्च से 18 मार्च तक पांच दिवसीय गीता यज्ञ के बारे में जानकारी देते हुए आश्रम संचालक चंदन बाबा ने बताया कि यज्ञ के पहले दिन सोमवार को प्रातः 9 बजे से विधि विधान से कलश यात्रा निकाली जाएगी, दोपहर में मंत्रोचार के साथ अंकुर रोपण का विधान किया जाएगा तथा संध्या में अधिवास के साथ प्रथम दिवस का विधान पूरा किया जाएगा.
15 से 17 मार्च तक यज्ञ एवं संकीर्तन महामंत्र का विधान होगा तथा 18 मार्च को दोपहर 12 बजे से यज्ञ की पूर्णाहुति होगी. उन्होने बताया कि पांच दिनों तक चलने वाले इस यज्ञ के प्रत्येक दिन का कार्य निश्चित कर दिया गया है जिसमे भोर 4.30 बजे मंगल आरती होगी, 6 बजे सूर्य की पूजा की जाएगी, 9 बजे गौ माता की पूजा होगी, 11 बजे से शिव मंदिर में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाएगा, 12 बजे से यज्ञ मंडप में श्री दुर्गा सप्तशती चण्डी पाठ किया जाएगा, संध्या में 6 बजे से संध्या आरती होगी तथा रात्रि में 8 बजे से 9 बजे तक प्रवचन का कार्यक्रम चलेगा.
उन्होंने बताया कि ये सभी कार्य यज्ञ के पूर्णाहुति तक प्रतिदिन इसी प्रकार चलेगा. उन्होंने बताया कि इस संपुट गीता यज्ञ में उपदेष्टा के रूप में स्वामी मौनानंद सरस्वती भक्तो के बीच प्रवचन देंगे. ज्ञात हो कि वर्ष 1958- 59 में तत्कालिन गुरु श्रीश्री 108 श्री बाबा बालब्रमहाचारी जी महाराज के अनुकूल से, विज्ञानंद सरस्वती महाराज के सहयोग से श्रीश्री रामानंद सरस्वती महाराज जी ने आश्रम में विश्व कल्याण के लिए श्रीमद भगवत गीता यज्ञ का शुभारंभ किया गया था. आश्रम में यह यज्ञ प्रत्येक वर्ष किया जा रहा है. सोमवार से 64 वां वार्षिक गीता यज्ञ का शुभारंभ हो रहा है.