ADITYAPUR सरायकेला जिले के आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित कंपनी बीएमडब्ल्यू के ठेका कर्मी 50 वर्षीय शिवेंद्र नारायण की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गयी. शिवेंद्र आदित्यपुर के शेरे पंजाब चौक स्थित आनंद भवन में रहते थे.
परिजनों को घटना की जानकारी शुक्रवार सुबह छह बजे मिली. जब वे एमजीएम अस्पताल पहुंचे तो पाया कि शिवेंद्र की मौत हो चुकी है. सहकर्मी माधव सिंह मुंडा द्वारा परिजनों को बताया गया कि वह शिवेंद्र के साथ साइकिल पर सवार होकर घर आ रहा था, तभी एनआईटी मोड़ के पास अज्ञात वाहन के धक्के से उनकी मौत हो गई. इधर जब शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया तो परिजनों ने पाया कि शिवेंद्र के गले और हाथ में धारदार हथियार से वार के निशान है. परिजनों ने आशंका जताई है, कि कंपनी परिसर में शिवेंद्र की हत्या की गई है और शव को सड़क पर लाकर फेंक दिया गया है.
जानकारी देते हुए शिवेंद्र के साले सरोज कुमार ने बताया कि शिवेंद्र सुबह 6 बजे तक वापस घर आ जाते थे, पर आज देर होने पर उनकी बहन सोनम देवी ने फोन कर बताया कि शिवेंद्र फोन नहीं उठा रहे है. लगातार फोन करने पर माधव ने फोन उठाया और एमजीएम अस्पताल बुलाया. जब वे लोग एमजीएम अस्पताल पहुंचे तो शव को शवगृह में रख दिया गया था. उन्होंने शव को नही देखा. माधव द्वारा बताया गया कि सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गयी है. शव को जब पोस्टमार्टम हाउस लेकर जाया गया तो वहां सभी ने पाया कि उनके गर्दन और हाथ में चोट के निशान है. उन्होंने बताया कि माधव के अनुसार घटना तड़के 4 बजे की है जबकि उनकी छुट्टी 6 बजे होती थी. कंपनी द्वारा उन्हे बताया गया कि काम खत्म होने पर शिवेंद्र 4 बजे ही निकल चुके थे. इसके पूर्व कंपनी ने समय से पहले कभी छुट्टी नहीं दी थी. वहीं माधव की भी छुट्टी 10 बजे तक हो गई थी, फिर वह सुबह तक कंपनी में क्या कर कर रहे थे. इन सब से यह लगता है कि उनकी मौत कंपनी परिसर में ही हुई है और प्रबंधन इस बात को छुपाना चाहती है. उसके बाद परिजनों ने माधव को धर दबोचा और आदित्यपुर पुलिस के हवाले कर दिया, जहां पुलिस माधव से पूछताछ कर रही है. फिलहाल मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है. इस संबंध में कंपनी प्रबंधन ने कुछ भी बताने से इंकार किया है वहीं आदित्यपुर थाना प्रभारी आलोक कुमार दुबे ने तफ्तीश के बाद ही कुछ निष्कर्ष पर निकलने की बात कही है.