सरायकेला: ग्राम प्रधान महासभा के केन्द्रीय अध्यक्ष विशु हेम्ब्रम के नेतृत्व में जिले के ग्राम प्रधानो ने 13 सूत्री मांगो को लेकर जिले के उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा गया.
महासभा के केन्द्रीय अध्यक्ष विशु हेम्ब्रम ने कहा हम सभा ग्राम प्रधान को हर क्षेत्र में ठगा जा रहा है हमारे साथ नाइंसाफी हो रही है. हमलोग मानते है कि ग्राम प्रधान पढ़े- लिखे नही है, लेकिन इतना भी अनदेखी ना हो कि बर्दाश्त से बाहर हो जाए. ग्राम प्रधान हर तरह के प्रमाणित कार्य करते है जो सही होता है. ग्राम प्रधान गावं की वार्षिक योजना बना कर प्रखंड जिला को भेजते है, जहां से योजना स्वीकृत होकर काम शुरु होता है, लेकिन जब योजना शुरु होती है तो ग्राम प्रधान को पूछा नही जाता है.
उन्होने कहा पूरे प्रदेश के सभी ग्राम प्रधान को अनुमंडल पदाधिकारी का हस्ताक्षरयुक्त पहचान पत्र दिया जाए. जिले में ग्राम सभा द्वारा पारित योजनाओं को प्राथमिकता के तहत कार्य करने का आदेश दिया जाए. कहा ग्राम प्रधान को अनदेखी कर वार्ड सदस्य व मुखिया द्वारा बनाए जा रहे वंशावली को मान्यता नही दी जाए क्योंकि ये लोग गलत कार्यो में लगाते है. सभी ग्राम प्रधान को मानदेय के रुप में मिलने वाली सम्मानित राशि 1 हजार से बढ़ाकर 5 हजार रुपया किया जाए. इसके साथ ही प्रत्येक माह प्रखंड मुख्यालय में सरकारी कर्मचारियो के साथ ग्राम प्रधान की बैठक सुनिश्चित हो. सभी प्रखंड मुख्यालयो में ग्राम प्रधानो के लिए सभा कक्ष उपलब्ध कराया जाए और मनरेगा का सोशल ऑडिट ग्राम सभा के माध्यम से हो. ग्राम प्रधान महासभा ने डीसी को मांग पत्र सौंप ग्राम प्रधानो को सम्मान व न्याय दिलाने की मांग की गयी.
मौके पर वैद्यनाथ महतो, बलदेव प्रधान, देवानंद महतो, राजेन्द्र नाथ राय, शंकर मुंडा, दिकुराम मार्डी, योगेश्वर सरदार, विश्वजीत सिंहदेव, प्रेमचंद महतो, बीके सतपती, मनोज सिंहदेव, वीरसिंह उरांव, हरेन्द्र महतो, हीरालाल दास, मुनीराम महतो, दशरथ मार्डी, मंगला उरांव, अश्विनी सिंहदेव, रासबिहारी महतो, प्रशांत कुमार साहू, प्रफुल्ल महतो व अर्जुन सरदार समेत अन्य उपस्थित थे.