चाईबासा: बुधवार को चाईबासा उपायुक्त अनन्य मित्तल और एसपी अजय लिंड ने दस लाख रुपये के इनामी नक्सली जोनल कमांडर सुरेश सिंह मुंडा व दो लाख रुपये के इनामी एरिया कमांडर लोदरो लोहरा उर्फ सुभाष को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया.
ज्ञात हो दोनों ने मंगलवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. दोनों एक करोड़ रुपये के इनामी कुख्यात मिसिर बेसरा उर्फ सागर दस्ते के सक्रिय सदस्य रहे हैं. बता दें कि कोल्हान, पोड़ाहाट के दुरूह जंगली पहाड़ी क्षेत्रों में ये सक्रिय थे.
सुरेश सिंह मुंडा के खिलाफ रांची व पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न थानों में कुल 67 कांड दर्ज हैं. वहीं लोदरो लोहरा उर्फ सुभाष खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र स्थित कोचांग टोला लुपुंगाहातू का रहने वाला है. उसके विरुद्ध खूंटी व पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न थानों में 54 कांड दर्ज हैं.
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दोनों ने स्वीकारा कि एक साथ 21 दिसंबर 2021 को माओवादी संगठन को छोड़ दिया था. इसकी वजह पार्टी में उचित मान-सम्मान नहीं मिलना और हर वक्त पुलिस का भय बताया. आखिरकार दोनों ने हथियार डाल दिए. दोनों ने समाज की मुख्यधारा से भटके युवाओं से वापस मुख्यधारा में लौटने और अपने परिवार के साथ जीवन बसर करते हुए सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने की अपील की.
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सुरेश सिंह मुंडा
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा जो भी योजनाएं जनता के लिए होती है वह इनके परिवार वालों को दी जाएगी.
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अनन्य मित्तल (डीसी- चाईबासा)
वहीं पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत इन लोगों को जो भी सुविधाएं मिलनी चाहिए वह जिला पुलिस और राज्य सरकार द्वारा इन्हें मुहैया कराई जाएगी. साथ ही इन्हें हजारीबाग के ओपन जेल में रखा जाएगा. जहां वे कौशल विकास के तहत हुनरमंद होकर रोजगार कर सकें.
अजय लिंडा (एसपी- चाईबासा)