आरआईटी: सरायकेला जिले के आरआईटी थाना अंतर्गत वास्तु विहार के समीप खरकई नदी के तट पर स्थित कुलुपटांगा मौजा के खाता संख्या 81 प्लॉट संख्या 743 से एमडी ईंट भट्ठा के संचालक द्वारा नदी से अवैध रूप से मिट्टी का खनन कर भट्ठा संचालित करने और पास ही बसे सरकारी तालाब को भरकर उसे प्लाटिंग करने का आरोप लगाते हुए स्थानीय युवक मुरारी सिंह ने जिले के उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपते हुए पूरे मामले की जांच कर कार्यवाई किए जाने की मांग की है.
उपायुक्त को सौंपे गए मांग पत्र के माध्यम से मुरारी सिंह ने बताया, कि सरकारी तालाब और नदी के तटीय इलाकों से मिट्टी काटकर ईट भट्ठा संचालित किया जा रहा है. जिससे आसपास बसे वास्तु विहार, मोती नगर, साईं कॉलोनी सहित हजारों घरों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
जल्द ही इस दिशा में कार्रवाई नहीं की गई, तो आपदा की स्थिति में स्थिति भयावह हो सकती है. वहीं उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेसी नेता और आदित्यपुर नगर निगम के मेयर प्रत्याशी रहे सिंहभूम सांसद प्रतिनिधि योगेंद्र शर्मा उर्फ मुन्ना शर्मा और विमान दास पर पांच लाख रुपए प्रति कट्ठा की दर से सरकारी जमीन बेचने का आरोप लगाया है.
उन्होंने उपायुक्त से पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. इसकी प्रतिलिपि उन्होंने मुख्यमंत्री, सरायकेला एसडीओ और आरआईटी थाने को भी भेजा है.
क्या कहा कांग्रेसी नेता और विमान दास ने
खुद पर लगे आरोपों को कांग्रेसी नेता योगेंद्र शर्मा उर्फ मुन्ना शर्मा ने सिरे से खारिज करते हुए कहा, कि उनका भट्ठा 15 साल पुराना है. कुछ स्थानीय युवक नदी के तट से मिट्टी काटकर आसपास के इलाकों में बेच रहे थे. मना करने पर उनके खिलाफ झूठा दुष्प्रचार किया जा रहा है.
वहीं सरकारी जमीन बेचे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, जिस जमीन को सरकारी बताकर प्रचारित किया जा रहा है वह जमीन रैयती है और उनके द्वारा 20 साल पूर्व एग्रीमेंट कराया गया है, बार-बार कुछ लोग अपनी नेतागिरी चमकाने के उद्देश्य से प्रशासन को गुमराह कर क्षेत्र में अशांति का माहौल फैलाना चाहते हैं प्रशासन चाहे तो जांच करा लें, अगर प्रशासन को कहीं से भी गलत लगता है, तो भट्ठा और जमीन छोड़ देंगे. मिट्टी का कटाव उनके लोगों द्वारा नहीं, बल्कि आरोप लगाने वालों द्वारा ही किया जा रहा था.
वहीं विमान दास उर्फ डाकू ने भी दोनों आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कांग्रेसी नेता मुन्ना शर्मा की छवि खराब करने का आरोप स्थानीय युवकों पर लगाया है. उन्होंने बताया कि कुछ लोग क्षेत्र के लोगों और प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं. हथियार दिखाकर भयाक्रांत करने का आरोप बिल्कुल बेबुनियाद और मनगढ़ंत है.
हो सकता है टकराव
विदित रहे कि कांग्रेसी नेता योगेंद्र शर्मा उर्फ मुन्ना शर्मा और मुरारी सिंह के बीच क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर पुरानी रंजिश रही है. दोनों बाहुबली हैं और दोनों का गुटों के बीच आपस में अक्सर शीत युद्ध चलता रहता है. हालांकि सरकारी जमीन खरीद- फरोख्त मामले में दोनों गुट एकबार फिर से आमने- सामने हैं, जिससे दोनों गुटों के बीच टकराव की संभावना प्रबल हैं. ऐसे में प्रशासन को निष्पक्ष रुप से पूरे मामले की जांच करने की जरूरत है.
प्रशासन कर रहा लीपापोती
बता दें कि पूर्व में भी उक्त जमीन को लेकर विवाद हुआ था. मामले को लेकर सीओ और डीसी ने जांच करने की बात कही थी. कुछ जमीन नगर निगम को हस्तांतरित किया गया है मगर बाकी जमीन की जांच अबतक नहीं हुई है. यहां एक सरकारी स्कूल भी है जिसे अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया है.