JAMSHEDPUR पूर्वी सिंहभूम जिले में आगामी 27 फरवरी से 01 मार्च तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा. वहीं 10 से 17 मार्च तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का संचालन किया जाना है. समाहरणालय सभागार में उप विकास आयुक्त प्रदीप प्रसाद ने जिला टास्क फोर्स की बैठक ली, जिसमें दोनों अभियान को लेकर तैयारियों की समीक्षा की गई. उप विकास आयुक्त ने कोरोना महामारी को देखते हुए विशेष हिदायतों के साथ बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के निर्देश दिए. पल्स पोलियो अभियान के दौरान तीन लाख 95 हजार 167 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य है.
डीआरसीएचओ डॉ. जुझार मांझी ने बताया कि अभियान के तहत 27 फरवरी को 2869 बूथों पर जिले में पोलियो खुराक दी जाएगी. वहीं 28 फरवरी और 01 मार्च को बूथ पर नहीं आने वाले बच्चों को घर- घर जाकर पोलियो खुराक दी जाएगी. इस अभियान के सफल संचालन के लिए 2855 टीमों का भी गठन किया गया है, ताकि उपरोक्त सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा सके.
राष्ट्रीय कृमि निवारण कार्यक्रम
वहीं 10 मार्च से 17 मार्च तक जिले में चलने वाले राष्ट्रीय कृमि निवारण कार्यक्रम को लेकर उप विकास आयुक्त ने कहा कि बच्चों के समग्र स्वास्थ्य, पोषण की स्थिति और जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी के लिए कृमि निवारण कार्यक्रम काफी अहम है. डीआरसीएचओ डॉ. मांझी ने बताया, कि कृमि संक्रमण से बच्चों के शारीरिक विकास, हीमोग्लोबिन स्तर, पोषण स्तर और बौद्धिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. यह कृमि बच्चों के पेट मे पलने वाले कीडे़ होते हैं. ये बच्चों के विकास को हर प्रकार से प्रभावित करते हैं. कृमि के फैलाव को नियमित अंतराल पर कृमि मुक्त (डिवार्मिंग) कर रोका जा सकता है. इसके लिए कृमिनाशक दवा एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के दौरान जिले के स्कूलों में नामांकित बच्चों को स्कूल में तथा स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को आंगनबाडी केन्द्रों में एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी. इसमें एएनएम, सहिया और आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की अहम जिम्मेदारी रहेगी. उप विकास आयुक्त ने उक्त दोनों अभियान के सफल संचालन को लेकर शुभकामनायें दी. उन्होने स्वास्थ्य विभाग के साथ समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग एवं सहयोगी एनजीओ को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए. उप विकास आयुक्त ने कहा कि मानव सेवा को ध्यान में रखते हुए हर लक्षित वर्ग तक पहुंच सुनिश्चित करें जिससे जिला में पोलियो उन्मूलन की स्थिति यथावत बनी रहे तथा कृमि निवारण भी किया जा सके. बैठक में निदेशक डीआरडीए सौरभ सिन्हा, एसीएमओ डॉ साहिर पाल, डीआरसीएचओ डॉ जुझार मांझी, सभी प्रखंडों के एमओआईसी, WHO एवं सहयोगी एनजीओ के प्रतिनिधि तथा अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे.