पलामू : पलामू जिला के नावाबाजार थाना के चार दिन पूर्व निलंबित थाना प्रभारी लालजी यादव ने सोमवार की रात आत्महत्या कर ली. मंगलवार की सुबह उनका शव थाना परिसर स्थित क्वार्टर में फांसी के फंदे से झूलता मिला. वे साहिबगंज के निवासी थे. इधर घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा नावाबाजार थाना के लिए रवाना हो गए हैं.
पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव की आत्महत्या करने की सूचना मिलते ही ग्रामीण एकत्र हो गए. इसके बाद एनएच 98 मेदिनीनगर- औरंगाबाद मुख्य पथ को जाम कर दिया है. सभी पलामू एसपी व जिला परिवहन पदाधिकारी के विरोध में नारे बाजी कर रहे हैं. बताया जाता है, कि यादव रांची के बुढ़मू थाने में मालखाना का प्रभार देकर सोमवार की शाम नावाबाजार थाना परिसर स्थित अपने क्वार्टर में लौटे थे. रात 8 बजे अपने कमरे में सोने चले गए थे. मंगलवार की सुबह वे कमरे से बाहर नहीं निकले तो उनके दरवाजे को खटखटाया गया. पुलिस कर्मियों ने देखा कि उनका शव पंखे से झूल रहा है. जानकारी के अनुसार 5 जनवरी की शाम पलामू के जिला परिवहन पदाधिकारी ने दूरभाष पर पुलिस अधीक्षक को सूचना दी कि उन्होंने तीन ट्रक को जब्त कर सुरक्षा के लिए नावाबाजार के थाना प्रभारी लालजी यादव सौंपा है. बावजूद वे सीजर लिस्ट लेने से इंकार कर रहे हैं. काफी अनुरोध के बाद भी थाना प्रभारी सरकारी कार्य में सहयोग करने को तैयार नहीं हैं. इस सूचना पर एसपी ने स्वयं थाना प्रभारी को फोन पर जिला परिवहन पदाधिकारी को विधिवत सहयोग करने का निर्देश दिया. थोड़ी देर के बाद पुनः जिला परिवहन पदाधिकारी ने फोन कर एसपी को बताया था, कि थाना प्रभारी अब भी सहयोग करने को तैयार नहीं हैं. साथ ही अनाप- शनाप बोल रहे हैं. एसपी ने मामले को गंभीरता से लिया. विश्रामपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरजीत कुमार को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया. जांचकर्ता अधिकारी ने अपनी रिर्पोट में पूरे मामले की जानकारी एसपी को दी. इस रिर्पोट के आधार पर थाना प्रभारी लालजी यादव को 6 जनवरी को निलंबित कर दिया गया था. बताया गया कि रिर्पोट से स्पष्ट होता है जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा जब्त किए गए वाहनों को थाना में सुरक्षार्थ रखे जाने के अनुरोध पर पुअनि लालजी यादव ने थाना परिसर में रखे जाने से इंकार किया. जब्ती सूची प्राप्त नहीं करना व सरकारी पदाधिकारी व कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. यह पुअनि लालजी यादव का मनमाना रवैया, आदेश का उल्लंघन, स्वेच्छाचारिता व कर्तव्यहीनता को दर्शाता है. जिला परिवहन पदाधिकारी की गई शिकायत में जांचोपरांत लालजी यादव दोषी पाए गए. एसपी ने उपर्युक्त तथ्यों के आलोक में नावाबाजार के थाना प्रभारी सह पुलिस अवर निरीक्षक लालजी यादव को कर्तव्यहीनता के आरोप में तत्काल प्रभाव से सामान्य जीवन यापन भत्ता पर निलंबित कर दिया. निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय पलामू पुलिस केंद्र को बनाया गया था.