सरायकेला: कहते हैं कि शिक्षार्थी से गलतियों की अपेक्षा की जा सकती है, परंतु यदि गुरु ही गलती करें तो उसका सुधार कैसे संभव हो. कुछ ऐसा ही हाल जिले के जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय का देखा जा रहा है. जिसे या तो सामान्य तौर पर मिस प्रिंटिंग माना जा सकता है, या फिर अनदेखी.
जिला शिक्षा अधीक्षक सरायकेला- खरसावां कार्यालय द्वारा सरकारी एवं अल्पसंख्यक विद्यालयों के लिए हिंदी तथा उर्दू प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के लिए वर्ष 2022 का वार्षिक अवकाश तालिका जारी किया गया है. उपायुक्त के नाम के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा जारी किए गए उक्त वार्षिक अवकाश तालिका में संबंधित विद्यालयों के लिए कुल 60 दिनों का वार्षिक अवकाश घोषित किया गया है. हालांकि अवकाश तालिका में देखा जाए तो मिस प्रिंटिंग के हिसाब से कई गलतियां कहीं जा सकती हैं. परंतु महत्वपूर्ण दिवस को ही बदल देना शिक्षा विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है. इसके तहत वार्षिक अवकाश तालिका में 15 अगस्त की तिथि को स्वतंत्रता दिवस के स्थान पर गणतंत्र दिवस के नाम से अवकाश घोषित किया गया है, जो अवकाश तालिका से संबंध रखने वाले वर्ग में चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसे में कई शिक्षकों और कर्मियों का भी मानना है कि इससे छोटी सी गलतियां होने पर भी उन्हें विभागीय कार्रवाई से गुजरना पड़ता है. हालांकि त्रुटि को मिस प्रिंटिंग ही माना जा रहा है. क्योंकि अवकाश तालिका में ही निर्देश कॉलम में 15 अगस्त के अवकाश को स्वतंत्रता दिवस के रूप में बताया गया है. बावजूद इसके मिस प्रिंटिंग पर हस्ताक्षर होना जानने वाले हर किसी के मन में बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है.