जमशेदपुर में झारखंड आंशिक लॉक डाउन का साइड इफेक्ट दिखने लगा है. जहां सरकार द्वारा लिए गए फैसले में कोचिंग संस्थानों को बंद करने का विरोध कोचिंग संस्थानों के द्वारा किया जा रहा है. इन्होंने कहा, कि लगातार पिछले तीन वर्ष से कोचिंग संस्थानों को लगातार बंद करवाया जा रहा है. जब भी लॉक डाउन किया जा रहा है, तभी सबसे पहले कोचिंग को बंद करवाया जाता है. ऐसे में तमाम कोचिंग सेंटरों के संचालकों के समक्ष घोर आर्थिक तंगी की स्थिति आन पड़ी है. इन्होंने कहा, कि इस आंशिक लॉक डाउन में रेस्टोरेंट, बार आदि को आधी क्षमता के साथ संचालित करने की छूट दी गई है, और कोचिंग को बंद किया गया है, जबकि कोचिंग सेंटरों में इतनी अच्छी व्यवस्था है, कि वे भी आधी क्षमता के साथ कोचिंग को संचलित कर सकते हैं. वैसे इन्होंने राज्य सरकार से 25 प्रतिशत क्षमता के साथ कोचिंग सेंटरों को खोले जाने की मांग की है.


