जमशेदपुर जिला परिषद सदस्य किशोर यादव ने जिले के उपायुक्त के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री के नाम एक मांगपत्र सौंपते हुए झारखंड सरकार के जिला और राज्य स्तरीय परीक्षाओं में भोजपुरी, मगही, मैथिली और अंगिका भाषा के अभ्यर्थियों को मौका दिए जाने की मांग की है. मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन के माध्यम से जिला परिषद सदस्य ने बताया, कि झारखंड में भोजपुरी, मगही, मैथिली और अंगिका को द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त है. ऐसे में इन भाषा के अभ्यर्थियों को मौका नहीं देने से राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय बहाली से लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य आधर में लटक सकता है. विदित रहे कि पूर्वी सिंहभूम जिला के लिए केवल कुड़माली, बांग्ला और उड़िया भाषा के अभ्यर्थियों को ही अनुमति दी गई है, जबकि जिले में भोजपुरी, मगही मैथिली और अंगिका भाषा लाखों की संख्या में है.
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