बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के ब्राम्हण समाज पर दिए गए विवादित टिप्पणी के बाद देशभर के सवर्णों में आक्रोश व्याप्त है. बिहार- झारखंड सहित देशभर के सवर्णों में उबाल देखा जा रहा है. बुधवार को जमशेदपुर जिला मुख्यालय पर जिले के उपायुक्त के माध्यम से धर्म रक्षिणी पौरोहित्य महासंघ ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और तत्काल जीतनराम मांझी को गिरफ्तार करने की मांग उठाई. महासंघ ने 2018 में धारा 18A कानून संशोधन की पेचीदगियों का जिक्र करते हुए सीधे तौर पर भारतीय सांसदों को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही चेतावनी दिया है कि अगर सवर्णों के खिलाफ ऐसे अमर्यादित टिप्पणी किए जाते हैं तो देश को खंडित होने से कोई रोक नहीं सकता. महासभा ने उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन के माध्यम से खास समुदाय के खिलाफ विद्वेष फैलाने के आरोप में सर्वोच्च न्यायालय से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को अविलंब गिरफ्तार किए जाने की मांग उठाई है.

