सरायकेला- खरसावां जिला के आदित्यपुर नगर निगम प्रशासन लाख दावे कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत यही है, कि निगम प्रशासन की जमीनी पकड़ दूर-दूर तक ढीली पड़ चुकी है. कमोबेश सभी वार्डों में लोग नारकीय जीवन जीने को विवश है. सीवरेज, ड्रेनेज, पाइप लाइन और विद्युतीकरण को लेकर खोदे गए गड्ढे जहां निगम क्षेत्र के लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुके हैं. वहीं वार्डों की स्थिति उससे भी नारकीय हो चुकी है. नगर निगम में पार्षदों की भी नहीं चलती है, इसका जीता जागता उदाहरण वार्ड 34 है.
जहां एक पखवाड़े में एक या दो दिन सफाई गाड़ी आती है, न मच्छर भगाने के लिए फॉगिंग न नालियों की साफ सफाई. कई रोड में पानी के कनेक्शन को लेकर खोदे गए गड्ढे अबतक भरे नहीं गए हैं. पिछले 15 सालों से रोड नम्बर एस- 2 से होकर बहनेवाला एकमात्र नाला और सड़क जॉर्जर हो चुका है.
रोड नम्बर एस- 2 से होकर गुजरनेवाले नाले की स्थिति
रोड नंबर S/2 के ब्रांच रोड नम्बर 2 में गंदगी और शौचालय का पानी सड़क पर बह रहा है. बजबजाती गंदगी और बदबू से आसपास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है.
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बड़े- बड़े बहुमंजिली इमारतों का निर्माण करा लोग मलबों से मुख्य सड़क को भर दिया गया है. जिससे सड़क में बने पुराने नाले जमींदोज हो चुके हैं. कोई सुननेवाला नहीं.
रोड नम्बर एस/ 8 का उससे भी बुरा हाल है. यहां सड़क पर जलजमाव के कारण रोड नाले में तब्दील हो चुका है. स्थानीय लोग निगम से यह उम्मीद लगाए बैठे हैं, कि अब बोर्ड बैठक होगी और अब उनकी समस्याओं का समाधान होगा.
रोड नम्बर एस- 8 की वर्तमान स्थिति
पूर्व पार्षद सह वर्तमान पार्षद के पति मनोज कुमार राय द्वारा ने बताया, कि रोड नम्बर एस/ 8 सहित बाबा आश्रम के कई सड़को एवं नालों के लिए लागभग 50 लाख का एस्टीमेट बनाकर दिया गया था, जो बोर्ड बैठक में पास हो गया है, जल्द ही काम शुरू किया जाएगा. वहीं रोड नम्बर एस- 2 मुख्य सड़क, नाला और एस- 2 के ब्रांच रोड नम्बर- 2 के लिए अगले बोर्ड में प्रस्ताव भेजे जाने की बात उन्होंने कही. मतलब साफ है कि अभी कुछ महीने लोगों को और नारकीय जीवन जीना पड़ेगा.