चांडिल: सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान रांची सांसद संजय सेठ ने चांडिल डैम विस्थापितों के मामले पर सदन का ध्यान आकर्षित कराते हुए विस्थापितों के लिए दीर्घकालिक योजना बनाते हुए क्षेत्र के विकास में सहयोग की मांग की. अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान सांसद संजय सेठ ने बताया कि 40 वर्ष पूर्व ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में चांडिल डैम का निर्माण हुआ था. जिसमें 116 गांव के लोग विस्थापित हुए थे, जिन्हें आज तक पूरी तरह से ना तो मुआवजा ही मिला है, ना ही उनका पुनर्वास हो सका है. ना तो बिजली मिली ना ही विस्थापितों को नौकरी मिल सकी है. उन्होंने बताया क्षेत्र के हजारों विस्थापित हैंड टू माउथ हो गए हैं. सदन के पटल से उन्होंने भारत सरकार से मांग की है, कि चांडिल डैम से फ्लोटिंग सोलर के माध्यम से बिजली उत्पादन हो, साथ ही पर्यटक के क्षेत्र में वहां एक बड़ा काम किए जाने की मांग की. लोकसभा अध्यक्ष का ध्यान डैम से सिंचाई को लेकर दीर्घकालिक योजना बनाए जाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा, पाइपलाइन के जरिए क्षेत्र के बड़े भू- भाग में सिंचाई की व्यवस्था हो सकती है. इसकी संभावनाओं पर काम करने की जरूरत है, ताकि क्षेत्र के किसानों का विकास हो सके.
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सौजन्य से लोकसभा tv
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