चांडिल: बंद पड़े बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड कंपनी को पुनः चालू करने के लिए अधिकृत संचालक कम्पनी वनराज स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कहना है कि प्रबंधन और ग्रामीणों के आपसी सामंजस्य से ही चांडिल क्षेत्र का विकास संभव हो सकता है. इस बाबत वनराज स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड के एचआर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी देवेंद्र नाथ त्रिपाठी ने बताया कि चांडिल क्षेत्र में विकास की काफी संभावनाएं हैं और ग्रामीणों के परस्पर सहयोग से ग्रामीणों का सर्वांगीण विकास और पूरे चांडिल सहित आस- पास के क्षेत्रों के विकास की एक नयी इबारत लिख सकते हैं.
श्री त्रिपाठी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, कि कंपनी को ग्रामीणों का सहयोग मिल रहा है. जिस कारण कंपनी पुनः शुरू होने के कगार पर आ चुकी है और आगे भी ग्रामीणों के सहयोग से कंपनी जल्द ही उत्पादन शुरू कर राज्य और क्षेत्र के विकास में अपनी भागीदारी ईमानदारी से निभायेगी. उन्होंने बताया कि बहुत सारे लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे, जिससे अंचल व राज्य का विकास संभव होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी के शुरू होने से चांडिल तथा आस- पास के क्षेत्रों का सौंदर्यीकरण होगा और सीएसआर (सामाजिक दायित्व) के तहत लोकोपयोगी कार्य कर कंपनी ग्रामीणों के जीवन स्तर सुधारने में व्यापक भागीदारी निभायेगी. कंपनी खुलने से रैयतदारों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे. एक सकारात्मक सोच के साथ कंपनी क्षेत्र का विकास चाहती है. यदि किसी को प्रबंधन के साथ कुछ गलतफहमियां हैं तो उसे मिल बैठ कर सुलझाया जा सकता है.
गौरतलब है, कि लौह एवं इस्पात क्षेत्र की कंपनी बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड (बीएसआईएल) भारत का पहला मर्चेंट स्पंज आयरन प्लांट है. कंपनी की स्थापना वर्ष 1982 में की गई थी.