सरायकेला: संविधान दिवस पर शुक्रवार को भारतीय संविधान के प्रति अपनी निष्ठा व प्रतिबद्धता को जताने के उद्देश्य से संविधान दिवस पूरे जिले भर में भर मनाया गया. अधिकारी, समाज सेवी, अधिवक्ता, स्कूली बच्चे व शिक्षकों ने भी संविधान के प्रति अपने दायित्वो के निर्वहन की शपथ ली. इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का शपथ ग्रहण कार्यक्रम जिले के विभिन्न सरकारी संस्थानों तथा विद्यालयों में हुआ. प्रशासनिक कार्यालयों के अलावा, सरकारी विद्यालयों में भी संविधान की शपथ दिलाई गई. मौके पर मुख्य रूप से जिले के डीसी अरवा राजकमल, डीडीसी प्रवीण कुमार गागराई सहित जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया. सबसे पहले उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में जिले के सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हुए. शपथ ग्रहण उपायुक्त कार्यालय के अलावा अनुमंडलीय स्तर, प्रखंड स्तर एवं जिले के विभिन्न विद्यालयों में भी आयोजित की गई. विदित हो कि आज ही के दिन यानी 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान की प्रस्तावना सदन के पटल पर बाबा साहेब अंबेडकर ने रखी थी, जिसे दो महीने बाद यानी 26 जनवरी 1950 को अंगीकृत किया गया. इस मौके पर उपायुक्त ने संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और दायित्वों का निर्वहन करने को कहा. उन्होंने भारतीय संविधान की विशेषताओं के बारे में बताया. इस मौके सभी विभाग के पदाधिकारी, कर्मचारी आदि मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि विश्व में भारत का संविधान सबसे बड़ा लिखित संविधान है. यह हस्तलिखित संविधान है, जिसमें 48 आर्टिकल हैं. इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 13 दिन का वक्त लगा था. संविधान लिखित सिद्धांत, मौलिक सिद्धांत, अधिकार सरकार और नागरिकों के कर्तव्य आदि का जिक्र है. संविधान दिवस मनाने का मकसद नागरिकों को संविधान के प्रति सचेत करना, समाज में संविधान के महत्व का प्रसार करना है.
उधर व्यवहार न्यायालय में भी संविधान दिवस मनाया गया. इस दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार द्वारा सभा को संबोधित करते हुए संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए विस्तार से बताया गया. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान देश को एक संपूर्ण प्रभुत्व, संपन्न, समाजवादी, पंथ -निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय को सुरक्षित करने के लिए अपनाया गया है. इस अवसर पर न्यायालय के सभी न्यायिक पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा संविधान की प्रस्तावना को दोहराया गया.
वहीं नगर पंचायत कार्यालय में कार्यपालक पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता द्वारा उपस्थित सभी सिटी मैनेजर एवं कार्यालय कर्मियों को संविधान के प्रति सजग रहने के लिए शपथ दिलाई गई. कार्यपालक पदाधिकारी ने कर्मियों को सदैव मानव सेवा के लिए तत्पर रहने के लिए कहा.
इधर आदित्यपुर अधिवक्ता संघ एवं झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन द्वारा रोड नं 32 आदित्यपुर- 2 स्थित कार्यालय में संविधान दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता आदित्यपुर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद ने किया. जलेडो के अध्यक्ष एवं आदित्यपुर अधिवक्ता संघ के मुख्य संरक्षक ओमप्रकाश ने कहा, कि भारत का संविधान, भारत की आत्मा है. देश के हर व्यक्ति को देश पर गर्व होना चाहिए. इस अवसर पर आदित्यपुर अधिवक्ता संघ के महासचिव राजेश ठाकुर, झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन के प्रवक्ता दीपेन्द्र नाथ ओझा, रवि शंकर पासवान, दिलीप कुमार साह, सिकंदर सिंह, विनोद कुमार, आकाश कुमार सहित कई अधिवक्ता उपस्थित थे.