रामगढ़ में सिख रेजीमेंटल सेंटर के अधिकारियों और जवानों ने विजय मशाल के आगमन के साथ स्वर्णिम विजय उत्सव की शुरुआत की है। यह विजय उत्सव 18 नवंबर तक चलेगा। यह राष्ट्रव्यापी समारोह 16 दिसंबर, 2020 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। उन्होंने दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में श्रद्धांजलि अर्पित कर और देश की लंबाई और चौड़ाई के अनुसार चार दिशाओं में चार विजय मशालों को रवाना किया था।
Video देखें
परमवीर चक्र और महावीर चक्र पुरस्कार से सम्मानित योद्धाओं के गांव से निकलकर यह विजय मशाल रामगढ़ की धरती पर पहुंचा है। यह विजय मशाल वर्ष 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध में भारत की जीत को दर्शा रहा है। इस जीत के 50 वर्ष पूरे होने पर पूरे देश में स्वर्णिम विजय उत्सव मनाया जा रहा है। रामगढ़ में भी पंजाब रेजिमेंटल सेंटर और सिख रेजीमेंट सेंटर के जवानों के द्वारा यह उत्सव आयोजित किया गया है। 1971 में जिन क्षेत्रों में यह लड़ाई लड़ी गई थी वहां की मिट्टी को भी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में पहुंचाया जाएगा।
Video
इस मौके पर सेना के अधिकारियों ने कहा कि युद्ध में हमेशा भारत के जवानों ने अपनी वीरता का परिचय दिया है। उन्हीं की बदौलत आज भारत की विजय गाथा हर जुबान पर है। विजय मशाल का रामगढ़ में भव्य तरीके से स्वागत किया गया है।
Video