गया: दिवाली की दूसरी शाम जिले के मुफस्सिल थाना परिसर में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। एनजीटी के सारे आदेश का पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में ही खुल्लम खुला उल्लंघन किया गया। खास बात यह है कि उसी थाने के परिसर में यह सारा खेल हुआ, जहां थाने के इंस्पेक्टर से लेकर डीएसपी के न केवल दफ्तर है बल्कि आवास भी है। इसके बावजूद खुलेआम एनजीटी के आदेश को ताक पर रख कर हर तरह के पटाखे देर रात तक छोड़े गए।
अचरज की बात है कि पटाखा छोड़े जाने से जुड़े इस कार्यक्रम में इंस्पेक्टर से लेकर डीएसपी तक शरीक हुए थे। एनजीटी के आदेश की बखिया उधेड़ने वाले इस पटाखा छोड़ जश्न का वीडियो सोशल साइट पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो गया जिले के मुफस्सिल थाने का है। जहां पुलिस वाले ही खुलेआम पटाखे छोड़ रहे हैं।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिवाली के एक सप्ताह पूर्व ही आदेशा जारी किया था कि गया जिले में किसी भी प्रकार के पटाखे नहीं छोड़े जाएंगे। इस आदेश का सख्ती से पालन कराने के भी बात कही थी। हालांकि जिला प्रशासन ने इसी सख्ती से लागू भी किया था। शहर के कई पटाखे की दुकानें भी सील की गई थी। लेकिन यह सारी सख्ती सिर्फ आम अवाम के लिए ही बरती गई। पुलिस वाले दिवाली की दूसरी रात जमकर पटाखे छोड़े। पटाखे भी सामान्य नहीं बल्कि एक से बढ़कर एक, कर्कश आवाज, जबर्दस्त धुंआ, उत्सर्जित करने वाले।
इस वीडियो में वजीरगंज कैंप डीएसपी पूरे पारंपरिक परिधान में नजर आ रहे है। धोती, कुर्ता पहनकर पटाखा छोड़े जाने वाले स्थल पर जमीन से लेकर आसमान तक छोड़े जाने वाले सतरंगी पटाखों का नजारा ले रहे थे। वहीं थाने के इंस्पेक्टर भी इस पटाखा छोड़ जश्न में पूरा योगदान दे रहे थे। खास बात यह है भी कि जब शहर में जिला प्रशासन के आदेश पर पटाखे नहीं बिक रहे थे तो पुलिस वालों ने पटाखे कहां से खरीदे ?
हालांकि इस मामले पर प्रशासन के कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सभी लोग चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन यह वीडियो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट