सरायकेला पुलिस के धनकुबेर लिपक उदय कुमार यादव के खिलाफ दुगनी निवासी सदानंद मुंडा ने संगीन आरोप लगाते हुए डायरेक्ट ऑफ एनफोर्समेंट के सब जोनल ऑफिस रांची के डिप्टी डायरेक्टर को एक पत्र लिखते हुए जांच की मांग की है.
श्री मुंडा ने यह पत्र सम्बंधित विभाग को 15 सितंबर 2021 की रिसीव कराया है. जिसकी प्रतिलिपि प्रधानमंत्री कार्यालय भारत सरकार सीबीआई एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी एसीबी को भी भेजा है. उक्त पत्र में सदानंद मुंडा ने लिपिक उदय कुमार यादव पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के विरुद्ध जांच कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
पत्र में कहा गया है, कि सरायकेला- खरसावां जिला के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पदस्थापित लिपिक उदय कुमार यादव वर्ष 2009 में लिपिक के पद पर 19 सौ रुपए के वेतनमान पर नियुक्त हुए थे. तथा वर्ष 2014 से 2018 तक पुलिस कार्यालय के लेखा शाखा में प्रतिनियुक्त रहे थे. लिपिक उदय कुमार यादव लेखा शाखा में प्रतिनियुक्ति के दौरान पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस कर्मियों के टीए एवं अन्य भक्तों के निकासी करने में 15% तक कमीशन की वसूली किए हैं. कमीशन वसूली के खेल में लिपिक ने करोड़ों रुपए से अधिक अवैध संपत्ति अर्जित कर लिया है. लोगों को उनके अवैध संपत्ति के बारे में तब पता चला जब साल 2016 में नोटबंदी हुआ. नोटबंदी होने के पश्चात लिपिक ने नोट बदली कराने हेतु प्रत्येक दिन महीनों तक एसबीआई एवं अन्य बैंकों में जा- जाकर नोट बदली का काम करते रहे. साथ ही कई स्टाफ के माध्यम से भी कई लाख नोट बदली करवा कर नगद लिया गया. इसकी सच्चाई नोटबंदी होने के बाद महीनों तक लिपिक उदय कुमार एवं उनकी पत्नी रेखा यादव के बैंक डिटेल्स तथा उसके सभी भाइयों तथा उनके संबंधी के बैंक डिटेल से पता चल जाएगा. पत्र में दावा किया गया है कि वर्ष 2016 में हुए नोटबंदी के बाद से लिपिक एवं उनकी पत्नी एवं सगे संबंधियों के बैंक डिटेल से पूरा खुलासा हो जाएगा. इसके अलावा नोटबंदी के बाद लिपिक द्वारा अवैध तरीके से अर्जित किए गए ब्लैक मनी के पैसों से किए गए अवैध संपत्ति का विवरण भी उन्होंने दिया है जो इस प्रकार है:
नोटबंदी के दौरान लिपिक ने लगभग 10 से 15 लाख तक के गहने खरीदे है. जो गहने सरायकेला एसबीआई ब्रांच के बैंक लॉकर में लिपिक की पत्नी रेखा यादव के नाम से रखा गया है, जो जांच का विषय है.
लिपिक के पैतृक गांव से लेकर सरायकेला, आदित्यपुर, कपाली वगैरह में पत्नी के नाम से संपत्ति बनाने की सूचना है.
लिपिक द्वारा नोटबंदी होने के पश्चात आदित्यपुर में करोड़ों का फ्लैट खरीदा गया है, जिस फ्लैट में वे वर्तमान में निवास कर रहे हैं.
लिपिक ने वर्ष 2019 में अपनी साली की शादी में अपने नाम से 9 लाख का एक नेक्शन कार खरीद कर दिया है, जिसमें दिखावा के लिए लोन लिया गया है. लोन के किश्त हर महीने कैश से खाता में डालते आ रहे हैं. खाता का डिटेल से सब का पता लग जाएगा.
लिपिक ने अपनी पत्नी के नाम से वर्ष 2021 में 14 लाख का KIA कार खरीदा है. ब्लैक मनी को छुपाने के लिए वह सभी को बोलते हैं, कि कार का पैसा ससुर ने दिया है. ससुर की संपत्ति भी जांच का विषय है. आश्चर्य की बात तो यह है, कि पत्नी का कोई भी व्यवसाय नहीं है. परंतु ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए पत्नी के नाम से भी आईटी रिटर्न फाइल करने लगे हैं, ताकि वह सरकार तथा सिस्टम को चकमा देकर कानूनी कार्रवाई से बच सके, यह भी जांच का विषय है.
विज्ञापन
देखें पत्र
वैसे पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार विभाग के पास जांच से सम्बंधित पत्र मिले हैं. मगर उसे जानबूझकर दबाया गया है.
विज्ञापन