सरायकेला: राज्य में पंचायत चुनाव की डुगडुगी कभी भी बज सकती है. इसको लेकर सरायकेला- खरसावां जिले में भी तैयारियां तेज कर दी गई है.
वैसे प्रशासनिक स्तर की तैयारी लागभग पूरी हो चुकी है. इसी क्रम में जिला पंचायती राज विभाग द्वारा पंचायत समिति के प्रतिबंधित किए जाने वाले अभ्यर्थियों की सूची भी जारी कर दी गई है, जो इस बार पंचायत चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. बताया जा रहा है कि पिछली बार पंचायत चुनाव लड़ने वाले 124 पंचायत समिति सदस्य प्रत्याशी इस बार चुनाव नही लड़ पाएंगे.
बतौर उप विकास आयुक्त प्रवीण गागराई पिछले चुनाव में लड़ने वाले ऐसे 124 पंचायत समिति है, जिन्होंने तय समय सीमा के बावजूद अपने चुनावी खर्च का ब्यौरा जमा नही किया है, जिसके कारण इस वर्ष के चुनाव में ये चुनाव नही लड़ पाएंगे.
बताया गया चुनाव खत्म होने के 30 दिनों के भीतर प्रत्याशी को चुनाव के आय-व्यय का ब्यौरा कार्यालय में जमा करना होता है, लेकिन प्रत्याशियो ने ऐसा नही किया. पिछले पंचायत चुनाव में 177 पदो पर पंचायत समिति का चुनाव हुआ था, जिनमें 124 प्रत्याशियों ने ने अपने खर्च का ब्योयौरारा जमा नही किया है. ऐसे प्रत्याशी जिन्होंने पिछली बार पंचायत चुनाव में चुनाव में हुए खर्च का ब्यौरा विभाग को नहीं समर्पित किये थे. वे इस बार होने वाले पंचायत चुनाव लड़ने से वंचित हो जाएंगे. यह अभ्यर्थी अगले तीन सालों तक राज्य में होने वाले किसी भी चुनाव को लड़ने से वंचित रहेंगे. बताया गया कि सरायकेला प्रखंड के 5, राजनगर के 15, गम्हरिया के 9, खरसावां के 2, कुचाई के 8, चांडिल के 14, नीमडीह के 32, कुकड़ू के 12 व ईचागढ़ के 27 पंचायत समिति के प्रत्याशियो ने अपने खर्च का ब्यौरा जमा नही किया है, और ऐसे प्रत्याशी चुनाव लड़ने से वंचित हो जाएंगे. इसी प्रकार जिले में वार्ड सदस्य के 415 प्रत्याशी भी चुनाव लड़ने से वंचित हो जाएंगे जिन्होंने चुनावी खर्चा के आय- व्यय का ब्यौरा जमा नही किया है.ये वैसे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने बीते पंचायत चुनाव में अपने पैसों के आय-व्यय का ब्यौरा बार-बार नोटिस के बावजूद जमा नहीं किए थे. विदित हो कि चुनाव बीतने के पश्चात प्रत्येक अभ्यर्थी को अपने व्यय का ब्यौरा संबंधित विभाग में प्रस्तुत करना होता है, ताकि चुनाव आयोग के पास इसकी पूरी जानकारी रह सके. एक छोटी सी भूल के कारण अब ये अभ्यर्थी चुनाव में अपना किस्मत नहीं आजमा पाएंगे. डीडीसी ने आगामी चुनाव को लेकर अपील करते हुए कहा, कि जो भी अभ्यर्थी पंचायत चुनाव में हिस्सा लेंगे, वे ससमय अपने व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत करेंगे. ताकि उन्हें इस तरह के अनावश्यक परेशानियों से ना जुझना पड़े, और वह भी लोकतंत्र के महापर्व चुनाव में हिस्सा ले सकें.
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