दुमका: झारखंड के दुमका ज़िले के जामा विधानसभा के रामगढ़ प्रखंड के कोआम पंचायत अन्तर्गत सागरभंगा गांव के ग्रामीण आक्रोशित हैं. उनके आक्रोश की वजह सागरभंगा- ठाड़ी मुख्य सड़क है.
जो इन दिनों जर्जर के साथ जानलेवा हो चुकी है. गौरतलब है कि ठाढ़ी बाजार ग्रामीणों के लिए मुख्य बाजार है और यहीं से क्षेत्र की व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन होता है. ग्रामीण अपने दिनचर्या के आवश्यक वस्तुओं की खरीद ठाड़ी बाजार से करते है. ठाड़ी बाजार में ही बैंक और स्कूल और अस्पताल भी हैं. सागरभंगा गांव के ग्रामीणों को ठाड़ी बाजार जाने के लिय बासबेड़वा गांव होकर जाना पड़ता है.
सागरभंगा गांव से बासबेड़वा गांव तक लगभग दो किलोमीटर की दूरी तक कोई भी पक्की सड़क नही है. बरसात के समय इस कच्ची सड़क की स्थिति और भी दयनीय हो जाती है.
चार चक्का वाहन तो दूर, दो चक्का वाहन व सायकिल का आवागमन भी बाधित हो जाता है. इस कच्ची सड़क में कई जगह बड़े-बड़े गड्डे हो गए है. जिसमे अक्सर जल जमाव हो जाता है. अक्सर इस रास्ते से अवागमन करते समय दुर्घटनाए हो जाती है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा इस कच्ची सड़क में मुरुम दस साल पूर्व डलवाया गया था, नदी में पुल भी बन गया, लेकिन अब तक इस मार्ग का पक्कीकरण नही हुआ. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय नेता सिर्फ आश्वासन देते है लेकिन मार्ग का पक्कीकरण नही करते है. ग्रामीणों का यह भी कहना है, कि विधायक सीता सोरेन से मौखिक शिकायत भी किया गया है, लेकिन आश्वासन के अलावा अबतक कुछ नही मिला है. पक्की सड़क नही बनने से ग्रामीण काफी नाराज और आक्रोशित है. ग्रामीणों की मांग है, कि जल्द से जल्द सड़क पक्कीकरण किया जाए. इस मौके में मुखिलाल हेम्ब्रोम, मिस्त्री टुडू, शिरिल टुडू, लुखिराम किस्कू, परमेश्वर हांसदा, दासो टुडू, महेंद्र मुर्मू, मनोज हेम्ब्रोम, सोनालाल टुडू, मिस्त्री सोरेन, सोकोल किस्कू, अनिल टुडू, लुखिराम मुर्मू, प्रसाद किस्कू के साथ काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.