झारखंड सरकार के लागभग सभी विभागों के कर्मचारी, चाहे नियमित हो या अनुबंधित कर्मचारी, जिन्हें कोरोना वारियर्स घोषित किया गया था उन्हें सरकार द्वारा घोषित प्रोत्साहन राशि अब तक नहीं दिया गया है, इसको लेकर कर्मचारी धीरे-धीरे अब आंदोलन का रुख अख्तियार करते नजर आ रहे हैं.
सोमवार को कोल्हान के एकमात्र सरकारी मेडिकल कॉलेज एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सफाई कर्मियों ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना- प्रदर्शन करते हुए कॉलेज का गेट जाम कर दिया. इन्होंने सरकार द्वारा घोषित प्रोत्साहन राशि देने की मांग उठाई और कहा कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करने के बाद अब सरकार अपने वायदे से मुकर रही है और उन्हें प्रोत्साहन राशि का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. आंदोलनरत सफाई कर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर दुर्गा पूजा के पहले उन्हें प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया जाता है, तो आगे व्यापक आंदोलन किया जाएगा. विदित रहे कि एक हफ्ता पूर्व एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मियों ने बकाया मानदेय और प्रोत्साहन राशि की मांग को लेकर खुद को काम से अलग कर लिया था, लेकिन जिले के उपायुक्त के हस्तक्षेप के बाद अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मियों ने अपना हड़ताल वापस ले लिया था. अब एक बार फिर से सफाई कर्मी आंदोलित हो उठे हैं. सफाई कर्मियों ने बताया कि जब वे प्रबंधन के पास जाते हैं, तो उन्हें यह कह कर टाल दिया जाता है, कि वे संविदा आधारित कर्मचारी हैं, इसलिए उन्हें प्रोत्साहन राशि का भुगतान संवेदक करेंगे, जबकि सफाई कर्मचारियों का कहना है, कि उन्होंने संवेदक के घर पर नहीं, बल्कि कॉलेज में अपनी सेवा दी है. ऐसे में उन्हें प्रोत्साहन राशि का भुगतान कॉलेज प्रबंधन को किया जाना चाहिए.