दुर्गोत्सव शुरू हो चुका है. इस साल भी सरकारी गाइडलाइंस के तहत दशहरा मनानी है. राज्य सरकार द्वारा दुर्गा पूजा को लेकर कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए एक दीवार खड़ी करते हुए गाइड लाइन रूपी लक्ष्मण रेखा जरूर खींच दी है,
लेकिन आस्था और मान्यताओं के देश में यहां के लोग कोरोना गाइड लाइन के पालन के साथ दुर्गा पूजा भी मनाने को तैयार हैं. लोग गाइड लाइन को आस्था पर थोपी गई एक तानाशाही मान रहे हैं. शनिवार को सरायकेला जिले का पूरा प्रशासनिक महकमा उपायुक्त के नेतृत्व में गम्हरिया से लेकर आदित्यपुर तक के पूजा पंडालों की व्यवस्था जांचने पहुंचे. उनके द्वारा इस बात की जांच की गई कि सरकार के गाइड लाइन का पालन हो रहा है या नहीं ? डीसी पूरी टीम के साथ जयराम यूथ स्पोर्टिंग क्लब, सिंहभूम बॉयज क्रिकेट क्लब एस टाइप, मां भवानी क्लब सिक्स एलएफ मैदान जाकर पंडाल, मूर्ती, एवं कोरोना गाइड लाइन के तहत किये गए व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया. डीसी अरवा राजकमल ने मौके पर मीडिया कर्मियों से कहा कि वे केवल यह देखने आए हैं कि कहीं कोई अनियमितता तो नहीं बरती जा रही है, चूंकि अभी कोरोना का संक्रमण पूरी तरह से गया नहीं है. जिले में अब भी कोरोना के संक्रमित मौजूद हैं. उन्होंने आम लोगों से अपील किया कि वे पूजा देखें लेकिन अपने बच्चों को घर पर ही रखें, डिस्टेंसिंग का पालन करें, भीड़भाड़ में जाने से बचें. उनके साथ एसपी आनंद प्रकाश, डीएसपी हेडक्वार्टर चंदन वत्स, गम्हरिया सीओ मनोज कुमार, बीडीओ मारुति मिंज, राजनगर सीओ धनंजय राय, आदित्यपुर, गम्हरिया, आरआईटी के थाना प्रभारी भी शामिल थे.