झारखंड सरकार द्वारा गृह रक्षक वाहिनी के लिए 2019 में निकाले गए बहाली के बाद चयनित उम्मीदवारों का अबतक नियोजन नहीं हुआ है, जबकि सारी प्रक्रियाओं को अभ्यर्थियों द्वारा पूर्ण कर लिया गया है, केवल बुनियादी प्रशिक्षण की प्रक्रिया रुकी हुई है. इधर सरायकेला के चयनित अभ्यर्थियों ने नियोजन और प्रशिक्षण की मांग को लेकर शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए जिले के उपायुक्त के माध्यम से झारखंड गृह रक्षा वाहिनी महा समादेष्टा के नाम एक मांग पत्र सौंपा है.
देखें video
इस संबंध में गृह रक्षकों ने बताया, कि बीते 1 फरवरी 2019 से लेकर 8 फरवरी 2019 के बीच इनके द्वारा लिखित परीक्षा के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया में भाग लिया गया था. जिसकी मेधा सूची 1 नवंबर 2019 को जारी की गई. 2 नवंबर 2020 से लेकर 23 नवंबर 2020 तक सत्यापन और पुलिस वेरिफिकेशन का काम हो चुका है, बावजूद इसके उनका ना तो नियोजन किया गया है, ना ही बुनियादी प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया है, जबकि उनकी आयु सीमा बढ़ती जा रही है. झारखंड पुलिस के लिए निकलने वाले बहाली में वे अयोग्य घोषित किए जा सकते हैं. जिसके बाद उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं बच जाएगा. उन्होंने बताया, कि 16 अगस्त 2021 को चयनित अभ्यर्थियों द्वारा महा समादेष्टा को एक मांग पत्र भी सौंपा गया है, बावजूद इसके अब तक उनका नियोजन या बुनियादी प्रशिक्षण का कार्य शुरू नहीं हुआ है. उन्होंने बताया, कि बाहरी गृह रक्षक जिले में अपनी सेवा दे रहे हैं, जबकि जिले के गृह रक्षक अब तक रोजगार की उम्मीद लगाए बैठे हैं. हालांकि उन्होंने चेतावनी दिया है, कि दशहरा के बाद अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो राज्य भर के चयनित गृह रक्षक आंदोलन को बाध्य हो जाएंगे.
देखें video