सरायकेला: जंगली हाथियों का एक दल गुरुवार की तड़के सरायकेला प्रखंड के गुराडीह गांव पहुंचा. जंगली हाथियों की चिंघाड़ सुनते ही ग्रामीणों की नींद खुल गई. जिसके बाद सभी ग्रामीण दहशत में अपने- अपने तरीके से एकजुट होकर गांव पहुंचे जंगली हाथियों को तलाशने लगे. इस दौरान गांव के ही बागीचे से घिरे शंभू पहाड़ी के घर को हाथियों के झुंड ने घेर लिया. जिसके बाद तकरीबन 3 घंटे तक शंभू पहाड़ी का परिवार अपने ही घर में बंधक बना रहा. पूरे नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे रहे. इसी दहशत के बीच ग्रामीण कभी वन विभाग को इसकी सूचना देते तो कभी अपने स्तर से जंगली हाथियों के दल को गांव क्षेत्र से दूर करने का प्रयास करते रहे. वैसे हाथियों की नजर खेतों में लहलहाते धान की फसल पर है. जंगली हाथी धान की फसल को खाने के साथ-साथ पैरों तले रौंदकर बर्बाद भी करते दिखे. हाथी प्रभावित गांवों के लोग जान व माल की रक्षा के लिए अब रतजगा कर रहे हैं. गांवों के लोग हाथियों के बढ़ते उपद्रव से काफी परेशान है. वन विभाग की और से भी हाथियों को खदेड़ने के लिये कोई ठोस व्यवस्था नहीं कि गई है. इस कारण किसानों में भी नाराजगी देखी जा रही है. लोगों ने हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने की मांग की है. किसानों का कहना है, कि अभी धान की फसल ठीक ढंग से तैयार भी नहीं हुई है, कि हाथियों की नजर धान की फसल पर पड़ गई है. वन विभाग को इस और ध्यान देने की आवश्यकता है. वनकर्मी जंगली हाथियों के उपद्रव के बाद गांव पहुंचकर पीड़ितों को मुआवजा के लिए आवेदन फार्म का वितरण कर अपने दायित्व का इतिश्री कर रहे हैं. ऐसे में ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति नाराजगी देखी जा रही है. इस संबंध में ग्रामीणों के साथ मौजूद रहे सांसद प्रतिनिधि सह स्थानीय ग्राम प्रधान अश्विनी सिंहदेव ने बताया, कि करीब 14 की संख्या में जंगली हाथियों का दल दासियाडीह होते हुए सुबह के लगभग 4:00 बजे गुराडीह पहुंचा है. इस दौरान जंगली हाथियों के दल ने दासियाडीह में साहेब सोय के खेतों में नुकसान पहुंचाया है, और गुराडीह पहुंच कर शंभू पहाड़ी के बागीचे को नुकसान पहुंचाया है. वन विभाग को बार-बार इसकी सूचना दी गई, बावजूद सूचना दिए जाने के करीब 5 घंटे बाद 11:00 बजे वन विभाग के प्रभारी फॉरेस्टर त्रिदिव कुमार महतो ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले का जायजा लिया, और टीम लाने की बात कह कर चलते बने. ग्राम प्रधान ने कहा है, कि जंगली हाथियों का उक्त दल वर्तमान में भी गुराडीह और घोड़ालांग गांव के बीच विचरण कर रहा है, और जिस- जिस धान के खेत से गुजर रहा है, उस खेत की फसल को पूरी तरह से बर्बाद करते हुए चल रहा है. जिससे सभी ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है.
इस संबंध में प्रभारी फॉरेस्टर त्रिदिव द्वारा बताया गया कि टीम के साथ गुरुवार की शाम प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर लगातार कैंप किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचे जंगली हाथियों के उक्त दल को सकुशल जंगल की ओर रवाना करने के प्रयास टीम द्वारा किया जा रहा हैं.