भारतीय ओबीसी महासभा जमशेदपुर की ओर से राज्य के मुख्यमंत्री के नाम जिले के उपायुक्त के माध्यम से सौंपा गया है. इसके माध्यम से अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने बताया कि राज्य के ओबीसी और पिछड़ी जाति के लोग चुनावी रणनीति का हिस्सा बनकर रह गए हैं. इनका इस्तेमाल राजनीतिक दलों द्वारा सत्ता बनाने और बिगाड़ने के लिए किया जा रहा है. बाबा साहब अंबेडकर द्वारा बनाए गए कानून में जो अधिकार ओबीसी और पिछड़ी जाति को दिया गया है उसका राज्य में किसी भी दल द्वारा अनुपालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से चुनाव के दौरान जनता से किए गए वायदों को याद दिलाते हुए पूछा, कि आखिर राज्य के ओबीसी को 27 फ़ीसदी आरक्षण दिए जाने का वायदा किए जाने के बाद भी अब तक उन्हें आरक्षण का लाभ क्यों नहीं मिल पा रहा है. सरकार की उदासीनता के कारण उनके बच्चों का भविष्य अंधकार में हो गया है, जबकि उनके पुरखे और पूर्वज यहां के ही वासी थे.


