पश्चिमी सिंहभूम जिला के उपायुक्त अनन्य मित्तल के दिशा निर्देश पर समाज कल्याण विभाग एवं सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को सोनुआ प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति का उन्मुखीकरण कार्यक्रम सोनुआ प्रखण्ड कार्यालय सभागार में किया गया.
समिति में प्रस्तावित सभी 15 सदस्य समिति को उन्मुखीकरण प्रेजेंटेशन के माध्यम से किया गया. मौके पर सेंटर फॉर कैटालाईजिंग चेंज के जिला समन्वयक दिग्विजय कुमार ने समेकित बाल संरक्षण योजना आईसीडीएस तथा उनके अंतर्गत प्रखंड एवं ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति के गठन एवं दायित्व पर विस्तृत चर्चा किया. प्रखंड उपप्रमुख सुंदर लाल महतो ने बाल अधिकारों के संरक्षण हेतु सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई एवं ग्राम स्तर पर ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण कमिटी बनाने पर जोर दिया. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी नवल किशोर सिंह ने कहा कि कमिटी बाल संरक्षण के लिए तत्परता से काम करे एवं बाल विकास के लिए एक सकारात्मक माहौल बनाएं जिससे कि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो. गांव में आनेवाले बाहरी लोगों की पहचान करें और उनकी मानसिकता को समझने की कोशिश करें. समाज कल्याण विभाग की सुपरवाईजर सावित्री हेमरोम ने सभी प्रतिभागियों को ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण के गठन हेतु आंगनबाड़ी सेविका की भूमिका पर जानकारी दी एवं जनप्रतिनिधि का सहयोग के लिए आह्वान किया.
बाल श्रम एवं बाल विवाह रोकने पर हुई चर्चा
थाना के बाल प्रोटेक्शन ऑफिसर ने कहा कि पुलिस बाल श्रम एवं बाल विवाह रोकने के लिए बहुत प्रयास कर रही है एवं इस प्रयास में ग्राम स्तरीय मुंडा एवं मुखिया एवं माता-पिता सहयोग करें। कार्यशाला में उपस्थित मुंडा, मुखिया एवं पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे.