बाढ़ या बरसात के कारण बहुत से लोगों के सामने दो वक्त की रोटी का जुगाड़ कर पाना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है. जिस कारण सरकारी स्तर पर उनलोगों को राहत सामग्री का वितरण किया जाता है. इसके अलावा कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्र में कार्य करने वाली केयर इंडिया द्वारा भी जरूरतमंदों के बीच खाद्यान्न सामग्री सहित दवा का वितरण किया जाता है.
बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों को वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव व सुरक्षित रहने के लिए तरह-तरह के आवश्यक दिशा-निर्देश केयर इंडिया के द्वारा दिये जाते रहे हैं. पूर्णिया के तीन प्रखण्डों के लगभग दर्जनों गांवों में राहत सामग्री वितरण के समय केयर इंडिया के डीटीएल आलोक पटनायक, डीपीओ चंदन कुमार सिंह, सनत गुहा, उत्पल दत्ता, अमौर व वायसी के बीएम प्रफ्फुल प्रिय एवं बैसा के बीएम रोहित सिंह, अमित कुमार, राहुल कुमार, दीपक, मनीष, महम्मद अदनाम, अशोक कुमार सहित कई अन्य केयर इंडिया के कर्मी उपस्थित थे. केयर इंडिया के डीटीएल ने आलोक पटनायक ने बताया पूर्णिया जिले के तीन प्रखंडों यथा- बैसा, वायसी एवं अमौर के सुदूर इलाकों में बाढ़ का आंशिक प्रकोप आने के कारण बहुत लोगों को समस्या हुई है. हालांकि रहने के लिए तंबू या अन्य किसी सार्वजनिक स्थलों में किसी तरह गुजारा तो हो जाता है लेकिन सबसे बड़ी समस्या गर्भवती, धात्री, दिव्यांग या बेसहारा लोगों को होती है. बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा संकट खाने पीने एवं मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए समय से दवा की उपलब्धता नहीं होने के कारण विस्थापित परिवारों के बीच विकराल रूप ले लेती हैं, लेकिन केयर इंडिया के टीम द्वारा समय-समय पर इनलोगों की सहायता की जाती है. लिहाज़ा बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वे करने के लिए एक टीम का गठन किया गया था. जिसके द्वारा सूची उपलब्ध कराई गई थी. उसके आधार पर लगभग एक दर्जन पंचायतों के सैकड़ों परिवारों के बीच केयर इंडिया द्वारा राहत सामग्री का वितरण किया गया है. जिसमें रसोई और खाने-पीने के जरूरत के बर्तन, मच्छरदानी इत्यादि शामिल था. वहीं
केयर इंडिया के डीटीएल आलोक पटनायक ने बताया ज़िले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले विस्थापित परिवारों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया गया है. जिसमें कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए तीनों प्रखंडों जैसे- बैसा, वायसी एवं अमौर के लगभग एक दर्जन गांवों मे घर घर जा कर विस्थापित परिवारों में जरूरतमंद परिवार का केयर इंडिया के कर्मचारियों द्वारा सूची बनाई गई थी. जिसमें गर्भवती एवं धातृ महिलाएं, विधवा महिलाओं, बेहद ही कमजोर वर्ग के लाभार्थियों का चयन करने के बाद प्राथमिकता के आधार पर लगभग पांच सौ परिवारों के बीच खाद्यान्न सामग्री एवं बाढ़ या बरसात के समय होने वाले मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया गया है. केयर इंडिया द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से नियमित टीकाकरण के लिए एएनएम या आशा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर गर्भवती या धातृ महिलाओं सहित नवजात शिशुओं को टीकाकृत कराने में भी सहयोग किया जाता है.
कोविड-19 से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान:
मास्क का प्रयोग प्रयोग, अपने हाथों को हर आधे घंटे के अंतराल पर साबुन या सैनिटाइजर से साफ करें.
सामाजिक दूरी बनाकर करें अपने कार्यो का निष्पादन.
अपनी बारी आने पर टीकाकरण अवश्य कराएं.
बहुत ज़्यादा जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें.
बाहर निकलते समय अपने चेहरे को पूरी तरह ढक कर ही जाएं.
कार्य के दौरान अति आवश्यक वस्तु को ही छूने का करें प्रयास.
घर में रहें, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें.