सरायकेला जिले के कांड्रा स्थित नीलांचल पॉवर कंपनी द्वारा अपने प्लांट का विस्तारीकरण किया जा रहा है. इसको लेकर सोमवार को जिला प्रशासन, प्रदूषण विभाग और प्रबंधन के साथ जमीन दाताओं और विस्थापितों का जनता दरबार लगा.
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जहां ग्रामीणों एवं जमीन दाताओं खुलकर कंपनी के खिलाफ अपनी परेशानियों से प्रशासन को अवगत कराया. कांग्रेस के प्रेस प्रवक्ता प्रकाश राजू ने अपनी बात रखते हुए कहा, सरकार या प्रशासन कंपनी के विस्तारीकरण के खिलाफ नहीं है, लेकिन जिन शर्तों पर कंपनी द्वारा जमीन दाताओं का जमीन लिया गया था, प्रबंधन उन शर्तों पर खरा उतरने में नाकाम रही है. विस्थापित आज भी करारनामा के तहत रोजगार पाने में असफल रहे हैं, जबकि क्षेत्र का प्रदूषण काफी बढ़ गया है. प्रदूषण के कारण तालाबों में मछलियों का विकास रुक गया है. पेड़- पौधों से जहरीले, प्रदूषित और हानिकारक रसायन गिरते हैं. क्षेत्र के लोगों का बुरा हाल हो चुका है. उन्होंने विस्तारीकरण से पहले जरूरी मूलभूत सुविधाएं एवं पूर्व के विस्थापितों के साथ किए गए करार को पूरा करने की मांग उठाई. वहीं विस्थापितों ने भी प्रबंधन पर पूर्व के किए गए करार पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया. वहीं जनसुनवाई में पहुंचे एडीसी सुबोध कुमार ने विस्थापितों एवं जमीन दाताओं की बातों को सरकार तक पहुंचाने की बात कही.