खूंटपानी प्रखंड अंतर्गत बासाहातु सीएचसी में रविवार को भाषा वारंग क्षिति लिपि के खोजकर्ता ओत गुरु लाको बोदरा की 102 वीं जयंती मनाया गया। इस दौरान विधायक दशरथ गागराई ने ओत गुरू कोल लाको बोदरा के तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान झामुमो खूंटपानी प्रखंड कमेटी की ओर से रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। शिविर में 60 लोगो ने रक्तदान कर जीवनदान देने का संदेश दिया। रक्तदान शिविर का विधिवत उदघाटन खरसावां विधायक दशरथ गागराई,ने दीप प्रज्जलीत कर किया। मौके पर श्री गागराई ने कहा कि मानवीय संवेदनों का एक प्रगतिकरण है रक्तदान, खून के कणों में जीवन है, जिसमे शरीर से रक्त लिया जाता है। रक्त किसी जाति, धर्म, मजहब को नही देखता, यह देखता है जीवन और जीवन के मुल्यों को। उन्होने कहा कि रक्तदान एक सहारनीय कार्य है। जिसके लिए आकर्षिणी विकास समिति बधाई के पात्र है। संस्था मानव हित में कार्य करते रहे। रचनात्मक एवं सकारात्मक सोच के साथ स्वस्थ एवं स्वच्छ रहने के लिए रक्तदान करे। उन्होंने कहा कि खूंटपानी प्रखंड के पासेया गांव में 19 सितंबर 1919 को लाको बोदरा का जन्म हुआ था। उन्होंने अपना पूरा जीवन भाषा, संस्कृति, लिपि, धर्म-दोस्तुर, साहित्य व परंपरा को बचाने व जन-जन तक पहुंचाने में लगा दिया। वर्तमान में कोल्हान विश्वविद्यालय के साथ-साथ कोल्हान के विभिन्न विद्यालयों में भी हो भाषा वारंग क्षिति लिपि की पढ़ाई हो रही है। इस दौरान मुख्य रूप से अर्जुन गोप, अनुप सिंहदेव, दुर्गा चरण पाड़ेया, डिम्बु तियु, सीएचसी प्रभारी डॉ गयासुद्दीन, मारकुश लेयांगी, बबलू गोडसोरा, बिरसा तियू,जयसिंह पुरती, सुदराय पाड़ेया, सतीश पुरती, राहुल गोप, यशवंत केसरी, भवेश मिश्रा, तुलसी महतो, दुम्बी हाईबुरू आदि झामुमो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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