खरसावां में सरकारी खर्च पर होने वाले विभिन्न धार्मिक पूजा-अर्चना के निवार्हन को लेकर सरकारी पूजा समिति की एक बैठक खरसावां प्रखंड कार्यालय परिसर में प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम कुमार की अध्यक्षता में की गई.
इस बैठक में मां दुर्गा के पूजा-अर्चना का निवर्हन पारंपरिक रीति-रिवाज के तहत सादगी से करने का निर्णय लिया गया. वही कोरोना वायरस महामारी को लेकर सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने, पूजा स्थल पर सैनिटाइजर रखने, मास्क का उपयोग करते हुए पूजा-अर्चना करने एवं झारखंड सरकार के गाइडलाइन के तहत करने का निर्णय लिया गया. खरसावां में आगामी 11 से 15 अक्टुबर तक सरकारी स्तर पर होने वाले दुर्गा-पूजा में इस वर्ष 93 हजार रूपये खर्च होगे. पूजा का सफल निवर्हन हेतु समिति के सदस्यों को कई जिम्मेदारी दी गई. साथ ही पूजा के दौरान मंदिर में लाईटिग व्यवस्था करने, मंदिर में आने वाले श्रद्वालुओ को ध्यान में रखकर सुरक्षा व्यवस्था करने, दुर्गा पूजा त्योहार के माध्यम से शांति व सदभावना का संदेश समाज को देने पर विचार विमर्श किया गया. बैठक में मुख्य रूप से बीडीओ गौतम कुमार, प्रधान लिपिक बसंत कुमार सिंह, अंचल नाजीर कामेश्वर पडिहारी, मो दिलदार, गोवधन राउत, जितवाहन मंडल, सुशील षांड़गी, नयन नायक, पिनाकी रंजन, मानिक प्रसाद सिंहदेव उपस्थित थे.
दुर्गा पूजा में इस प्रकार होगे खर्च
खरसावां में आगामी 11 से 15 अक्टूबर तक सरकारी स्तर पर होने वाले दुर्गा पूजा पर 93 हजार रूपये खर्च होगे. इसमें प्रतिमा निर्माण में 17 हजार, बकरे की बलि पर 22 हजार, पूजा सामग्री में 11 हजार, ब्राहम्ण खर्च 10 हजार, सज्जा, लाईटिंग खर्च 12 हजार, प्रसाद 7 हजार, मंदिर रंगाई- पोताई में 7 हजार, पारंपरिक बाजा पर 7 हजार खर्च करने का निर्णय लिया.
कोरोना को लेकर दुर्गा-पूजा में होगी विशेष प्रार्थना
खरसावां प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम कुमार ने कहा, कि माॅ दुर्गा के प्रति लोगों की आस्था व विश्वास बनी रहे और सादगी से पूजा की परंपराओं का निवर्हन सादगी से हो. इसपर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होने कहा, कि देश में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना बनी हुई है. कोरोना की तीसरी लहर नही आए इस लिए इस मां दुर्गा की दुर्गा-पूजा में विशेष प्रार्थना की जाएगी. वही वर्तमान मंहगाई को लेकर पूजा-पंरपराओं के निवर्हन को लेकर सरकार से 7.50 लाख के आवटंन की मांग की गई है.
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