झामुमो द्वारा आज होनेवाले टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई टीजीएस एवं लॉग प्रोडेक्ट कंपनी के गेट जाम कार्यक्रम स्थगित करते हुए विजय संकल्प सभा का आयोजन किया गया.
वैसे झामुमो का दावा है कि टाटा समूह ने कल ही यानी रविवार को स्थानीय विधायक सह मंत्री चम्पई सोरेन. टाटा के वरीय अधिकारियों एवं जिला कमेटी के साथ हुए वार्ता में प्रबंधन द्वारा सभी मागों को मान लिया गया है. विदित रहे कि झामुमो द्वारा दोनों कंपनियों पर स्थानीय आदिवासियों- मूलवासियों की जमीन हड़पे जाने का आरोप लगाते हुए टाटा समूह के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी गई थी.
इसके तहत विस्थापितों को नौकरी और मुआवजा के साथ विस्थापित के आश्रितों को कंपनी में प्रशिक्षण के उपरांत नौकरी दिए जाने की मांग रखी गई थी. झामुमो नेताओं ने बताया, कि रविवार को हुए बैठक में सभी मांगों को टाटा समूह द्वारा मान लिया गया. यही कारण है, कि आज होने वाले टीजीएस और लॉन्ग प्रोडक्ट गेट पर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है. हालांकि इस संबंध में कंपनी प्रबंधन की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. वैसे यह कोई पहला मौका नहीं है, जब झामुमो द्वारा टीजीएस और लॉन्ग प्रोडक्ट के खिलाफ मोर्चा खोलने की चेतावनी दी गई थी. इससे पूर्व भी झामुमो विस्थापितों की मांग को लेकर आंदोलन करती रही है. इससे पूर्व पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सोमवार सुबह भारी संख्या में विस्थापितों के साथ झामुमो नेता और कार्यकर्ता पारंपरिक हरवे हथियार और बैल व हल लेकर कांड्रा के बालीडीह, पदमपुर गांव में जुटे. जहां ऐन वक्त पर झामुमो के शीर्ष नेताओं ने टाटा समूह द्वारा सभी मांगों को मान लिए जाने की घोषणा करते हुए धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा की, और विजय संकल्प सभा के रूप में जश्न मनाया.
वहीं झामुमो जिला अध्यक्ष डॉक्टर शुभेंदु महतो ने बताया कि आदिवासी- मूलवासियों के हित में झामुमो आंदोलन को उतारू थी, लेकिन कंपनी द्वारा मांगे मान लिये जाने के कारण आंदोलन स्थगित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि झामुमो ही आदिवासी- मूलवासियों की हितैषी पार्टी है. एक दिन पूर्व क्षेत्र के स्थानीय विधायक सह मंत्री चंपई सोरेन जिला कमेटी के पदाधिकारी और टाटा कंपनी मैनेजमेंट के साथ सकारात्मक बैठक हुई जिसमें टाटा कंपनी प्रबंधक द्वारा सभी मांगों पर विचार कर इसके समाधान करने का आश्वासन दिया. जिस कारण धरना कार्यक्रम को स्थगित कर कांड्रा बालीडीह पदमपुर मैदान में विजय संकल्प सभा का आयोजन किया गया.
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डॉ शुभेंदु महतो (जिलाध्यक्ष)
हालांकि बीते दिनों झामुमो द्वारा घोषित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम पर भाजपा ने सवाल उठाते हुए कहा था, कि एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री उद्यमियों को झारखंड में उद्योग लगाने के लिए न्योता दे रहे हैं. दूसरी तरफ राज्य के मंत्री यहां के उद्योगों को बंद कराने पर तुले हैं. भाजपा नेता रमेश हांसदा ने, यहां तक कह डाला था, कि मुख्यमंत्री और मंत्री के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. ऐसे में एन वक्त पर धरना- प्रदर्शन कार्यक्रम को स्थगित करना और खुद ही विजय संकल्प सभा कर वाहवाही लूटना कहां तक सही है, यह तो तभी पता चल सकेगा, जब टाटा समूह के पदाधिकारी इस मामले पर अपना पक्ष रखते हैं, या विस्थापितों की मांग के तहत उन्हें नौकरी, मुआवजा और आश्रितों को प्रशिक्षण के बाद नौकरी दिया जाता है.
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