सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र के बतरबेड़ा गांव में एक बीमार मां को बेसहारा छोड़ कलियुगी बेटा अपनी पत्नी के साथ ससुराल में मौज कर रहा है. मां गंभीर बीमारी से झूझने को विवश है.
वृद्धा की छाती में गंभीर घाव हुआ है. जिस वक्त मां को सबसे ज्यादा बेटे की जरूरत है, वह अपने ससुराल में आराम से जिंदगी बिता रहा है. बतरबेड़ा गांव की 80 वर्षीय वृद्धा संतरा तांती काफी दिनों से बीमार है. ऐसे समय में भी उसका बेटा उसकी सुध लेने भी नहीं आ रहा है. कभी यही मां अपने बेटे को कलेजे में रखने वाली धूप छांव से बेटे को बंचाने वाली आज खुद प्लास्टिक लगाकर बारिश मे भींगकर चुल्हा तक नहीं जला पा रही है, जबकि उसके पुत्र राजकुमार तांती को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है. लिंटर तक कार्य के बाद 85000 रुपये लेकर ससुराल टांगरजोड़ा में रहता हैं, तो कभी जमशेदपुर भाग जाता है. इसलिए आवास का कार्य भी लंबित है. प्रखंड कार्यालय से उसको नोटिस देने के बाद भी नहीं आ रहा है. ऐसे समय में केंदमुंडी पंचायत की मुखिया रासमनी हांसदा ने तुरंत संज्ञान लेते हुए वृद्धा को सूखा राशन दिया और पीएम आवास के प्रखंड समन्वयक सह समाजसेवी सावन सोय को तत्काल जानकारी दी. सावन सोय ने चिकित्सा प्रभारी के साथ मिलकर मेडिकल टीम गठित कराया. वहीं मेडिकल टीम बिना देर किए संतरा तांती के घर पहुंचा और उसे एमजीएम अस्पताल जमशेदपुर रेपर किया. इधर मुखिया रासमनी हांसदा ने संतरा देवी के बेटे और बहू से संपर्क किया पर उसने अस्पताल जाने से इंकार कर दिया. अस्पताल में संतरा तांती की देखभाल करने वाले स्वजन नहीं हैं. इस मौके पर समाजसेवी सह प्रखंड समन्वयक सावन सोय, चिकित्सा प्रभारी दीपसिखा मिंज, मुखिया रासमनी हांसदा, डाक्टर टोप्पो, रिज एडंवेचर फाउंडेशन के सचिव प्रभांसु महतो, कैलाश प्रसाद महतो, पंचायत समिति सदस्य लखिया मुर्मू, पूर्व सरपंच घासिया मुर्मू, समाजसेवी रंजीत कुमार महतो, कमला पात्रो, शानलाल महतो, अंगुल गोप, रामय मांझी, महानंदो प्रधान,अजीत गोप आदि उपस्थित थे.