सरायकेला: प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तृतीय घटक भागीदारी में किफायती आवास योजना के तहत नगर पंचायत क्षेत्र के नोरोडीह में बन रहे आवास के आवंटन में हुए बड़े पैमाने पर गड़बड़ी को लेकर जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल ने जांच का निर्देश दे दिया है. उपायुक्त ने पूरे मामले में सरायकेला एसडीओ रामकृष्ण कुमार के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. जांच टीम में सरायकेला सीओ को सदस्य बनाया गया है. इधर उपायुक्त द्वारा जांच का आदेश दिए जाने के बाद एसडीओ रामकृष्ण कुमार ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिख आवास आवंटन की पूरी रिपोर्ट व विभाग द्वारा आवास आबंटन के नियमावली की प्रति के साथ 04 अगस्त को कार्यालय में रिपोर्ट के साथ उपस्थित होने का निर्देश जारी किया है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तृतीय घटक भागीदारी में किफायती आवास योजना के तहत नोरोडीह में 60 आवासीय फ्लैट का निर्माण हो रहा है. जिसमें 38 आवास का पूर्व में ही आबंटन हो चुका है, जबकि पांच दिन पूर्व टाउन हॉल में 22 लाभुकों का लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटन किया गया. इन 22 लाभुकों में कई आलीशान मकान वाले लाभूक है, तो कई सरकारी कर्मचारी के रिश्तेदार है. जबकि कई बिजनेसमैन है और कई चार पहिया वाहन के मालिक है. इतना ही नही इस योजना में कई ऐसे लोगों को लाभ दिया गया है, जो नगर पंचायत क्षेत्र के निवासी ही नही है. इन सभी प्रकार की सुविधाएं इन लोगों के पास होने के बावजूद भी ये बेचारे अब प्रधानमंत्री आवास का लाभ लेने के लिए गरीब बन गए हैं. मगर गरीब व पात्र व्यक्ति तो अभी भी उक्त योजना में नाम जुड़वाने व लाभ पाने के लिए धक्के ही खा रहें हैं.
जानिए कैसे की गयी अनियमितता
22 आवास के आबंटन के लिए केवल 22 लाभुकों की सूची बनाकर उन्हें बुलाया गया. इसके बावजूद जनप्रतिनिधियो व पदाधिकारियो के नजर में पाक- साफ बनने के लिए 22 लाभुकों का लॉटरी किया गया जो पूरी तरह गैर जरूरी और निराधार था. एक- एक कर 22 लॉटरी किया गया और लॉटरी में 22 लाभुक ही थे. ऐसे में लॉटरी का क्या औचित्य था ?
वैसे पूरे मामले पर गौर करें तो इसमें नगर पंचायत के एक सीटी मैनेजर की काली करतूत साफ नजर आ रही है. सीटी मैनेजर ने अपने घर में कार्य करने वाले नगर क्षेत्र के एक बाहरी लाभुक को इस योजना का लाभ दे दिया है. जिनके नाम पर नगर क्षेत्र के बाहर पक्का मकान के साथ कई एकड़ सीचिंत व कृषि योग्य भूमि है. इसके अलावे एक ऐसे लाभुक को योजना का लाभ दिया गया, जिनके पति सरकारी नौकरी में है और वह नगर क्षेत्र से बाहर के लाभूक है. उनकी पत्नी भी पीएचईडी विभाग में संविदाकर्मी है. उनके नाम नगर क्षेत्र से बाहर कई एकड़ जमीन व नगर क्षेत्र में खरीदा हुआ जमीन भी है. इनके अलावे कई ऐसे लाभुकों को आवास आबंटन किया गया है, जिनका नगर क्षेत्र में आलीशान दो मंजिला तीन मंजिला पक्का मकान व बिजनस है.
इन 22 लाभुकों के नाम हुआ है आवास का आबंटन
अनिता देवी, अन्नु, बबलु सिंह मोदक, दीपक महतो, दीपक चंद्र नायक, गीता भोल,हेमंत कुमार,कमलेश प्रजापति, कृष्णा मोदक, लाकी देवी पति सुदीप साहू, मोनिका महतो पति ह्दयानंद महतो, निर्मलेंदु दास पिता महादेव दास, पोगारो गागराई, प्रकाश ज्योतिषी, प्रियरंजन साहू, संजीव कुमार, संजु महतो, शांति रानी पडिहारी, मंजु सिंह पति सुभाष सिंह, अनिता देवी, पति अश्विनी नाग, बलाल हुसैन और इश्तियाक अहमद.
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