सरायकेला जिले के आरआईटी थाना क्षेत्र के राधा स्वामी सत्संग घाट खरकई नदी में रविवार शाम नहाने गए आए 4 युवकों में एक 21 वर्षीय शशांक रंजन पांडेय नदी के तेज बहाव में डूब गया था. चूंकि रविवार को काफी अंधेरा होने और तकनीकी कारणों से एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं कर सकी थी. इधर सोमवार सुबह 6 बजे से ही एनडीआरएफ की आठ सदस्यीय टीम ने इंस्पेक्टर सुधीर कुमार के नेतृत्व में युवक के शव की तलाश शुरू की, इस दौरान एक स्थानीय गोताखोर युवक ने भी टीम का भरपूर साथ दिया. तकरीबन चार घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद दिन के 10 बजे के आसपास उसी जगह से जहां युवक को अंतिम बार देखा गया था, से सौ मीटर दूर से बरामद किया जा सका. सब मिलते ही मौके पर मौजूद परिजन दहाड़ें मारकर बिलखने लगे. मौके पर मौजूद आरआईटी थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस पूरे ऑपरेशन के दौरान आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह की अहम भूमिका देखी गई. एनडीआरएफ की टीम को ससमय घटनास्थल तक लाने में उनकी भूमिका की मौजूद लोगों ने सराहना की. पुरेन्द्र नारायण सिंह ने घटना को काफी ह्रदय विदारक बताया और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की.
गौरतलब है कि रविवार देर शाम खरकई नदी में नहाने पहुंचे घटना के चश्मदीद गवाह साथ नहाने आए तीनों युवक आकाश, योगेश और अनीश ने बताया कि वे लोग साढ़े 3 बजे प्लान बनाकर नहाने आये थे, लेकिन पानी का बहाव और ज्यादा वक्त हो जाने की वजह से सभी ने नहाने से मना कर दिया लेकिन शशांक नहीं माना और नहाने नदी में उतर गया. वह इधर से नदी पार ठीक बड़ौदा घाट गया लेकिन लौटने के क्रम में वह तेज बहाव में बह गया. तीनों ने काफी चीखा- चिल्लाया लेकिन कोई बचाने नहीं पहुंचा. शशांक को-ऑपरेटिव कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था. उनके पिता अनिल पांडेय पूजा- पाठ कराने के साथ गो पालन का काम करते हैं. शशांक ट्रांसपोर्ट कॉलोनी शिव मंदिर के दिवंगत पुजारी भानूप्रसाद तिवारी का नाती था.
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