सत्ता किसे कहते हैं इसका जीता जागता उदाहरण अगर देखना है तो सरायकेला जिला चले आइए. आपको याद दिला दें कि यही वो जिला है. जहा पिछली रघुवर सरकार के राज में आदित्यपुर थाने में सत्ता में मद में चूर जमशेदपुर और आदित्यपुर के भाजपाईयों ने ऐसा तांडव किया था, कि वह तांडव इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया.
जिसे कगजों से भले पॉवर के बल पर मिटा दिया गया हो, लेकिन चश्मदीद आज भी उस दृश्य को याद कर सिहर उठते हैं. जिस तरह भाजपा नेताओं ने शराब के नशे में चूर बीच सड़क पर एक महिला अधिकारी के कपड़े फाड़े उसके बाद थाने में पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ी, महिला पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी की. और कार्रवाई के नाम पर सभी अगले दिन जेल ले जाते वक्त आधी रास्ते से ही बईज्जत बरी हो जाते हैं. इसे भूलना आसान नहीं हो सकता. तब के कई अधिकारी इधर से उधर हो गए. सत्ता हाथ से चली गई, आज जमशेदपुर में स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय प्रभारी द्वारा जबरन अपने परिचितों को टीका दिलाने के नाम पर स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदसलूकी और मारपीट किए जाने के मामले में भाजपाई चीख- चीख कर नियम- कानून का उल्लंघन बता स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय प्रभारी को गिरफ्तार करने की मांग उठा रहे हैं.
हद तो ये हैं, कि बीते 27 मई को आदित्यपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर के खासमखास भाजपा नेता रंजन दास पर उन्ही के पड़ोसियों ने कातिलाना हमला कर दिया. नामजद आरोपी होने के बाद आज एक हफ्ते बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इसके पीछे कारण चाहे जो भी रहा हो. मगर विश्लेशक इसे सत्ता और पॉवर का खेल मान रहे हैं. कुछ इसे आरआईटी थाना पुलिस की नाकामी भी मान रहे हैं. गौरतलब है कि बीते 27 मई को ड्यूटी के लिए निकल रहे भाजपा नेता रंजन दास उर्फ टोपू दास का बिजली के तार को लेकर पड़ेसियों से बकझक शुरू हो गया और देखते ही देखते विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. इस घटना में भाजपा नेता रंजन दास को गंभीर चोटें आयी, जिन्हें मामले की सूचना पर पहुंची आरआईटी थाना पुलिस ने टाटा मुख्य अस्पताल पहुंचाया. उधर रेंजन धास के भाई द्वारा पड़ोसी गौतम धल, चुन्नू धल, टिंकू धल, छोटू धल, काजन धल कुणाल धर एवं उनके परिवार की महिला सदस्यों के अलावे अन्य के खिलाफ जानलेवा हमला किए जाने की शिकायत आरआईटी थाने में दर्ज कराई गई, लेकिन अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
भाजपा नेता रंजन दास के भाई चंदन दास द्वारा दर्ज कराए गए एफआइआर की कॉपी
हालांकि आरोपी काजल धल की पत्नी तापसी धल ने रंजन दास एवं उनके भाई पर घर में अनजान लड़की लाने का आरोप लगाते हुए विवाद करने का आरोप लगाते हुए काउंटर केस दर्ज कराया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि भाजपा नेता रंजन दास आए दिन अपने घर में अनजान लड़कियों को लाता था. और अपने भाई के साथ मिलकर उसके साथ अनैतिक कार्य करता था. विरोध करने पर पहुंच का हवाला देकर मुंह बंद रखने की धमकी देता था. घटना के दिन भी अंजान लड़की लाने का विरोध करने पर दोनों भाईयों ने खुदके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया.
आरोपी काजल धल की पत्नी तापसी धल द्वारा दर्ज शिकायत की कॉपी
कुल मिलाकर गांधीनगर का माहौल फिलहाल तनावपूर्ण बना हुआ है. अस्पताल से छुट्टी के बाद भाजपा नेता अपने घर नहीं पहुुंचे हैं. इधर सूत्रों के अनुसार आरआईटी थाना पुलिस ने जांच के दौरान भाजपा नेता के घर से कुछ आपत्तिजन सामान बरामद किए हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि आरआईटी थाना पुलिस की ओर से नहीं की गई है. उधर जिस आक्रामक शैली के लिए भाजपा जानी जाती है, अपने नेता की पिटाई पर खामोश क्यों है, ये समझ से परे है. एक दो भाजपा नेताओं द्वारा वर्चुअल विरोध से संबंधित रिलील मीडिया को जारी किया गया, मगर कार्रवाई अबतक शून्य है.
हमले में घायल होने के बाद ईलाज रंजन दास