जमशेदपुर में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच अस्पतालों का बुरा हाल है. शहर के बड़े और नामचीन डॉक्टरों ने खतरनाक रूप ले चुके वायरस के संक्रमण को देखते हुए निजी प्रैक्टिस लगभग बंद कर दी है.


इसको लेकर आईएमए के अध्यक्ष डॉ उमेश खां ने आईएमए से जुड़े शहर के चिकित्सकों से पीड़ित मानवता की सेवा के लिए निजी प्रैक्टिस जारी रखने की अपील की है. साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन से डॉक्टरों के लिए बड़े अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराए जाने की भी मांग की है.
उन्होंने बताया, कि डॉक्टरों को इलाज करने में जो परेशानियां आ रही है, उसका सबसे बड़ा कारण पॉजिटिव मरीजों के इलाज को लेकर है. डॉक्टरों को नहीं पता, कि कौन मरीज संक्रमित है, कौन नहीं. ऐसे में जो डॉक्टर बीमार पड़ रहे हैं उन्हें शहर के बड़े अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई जाए.
डॉ खां ने शहर के डॉक्टरों से सामान्य रोगियों के इलाज के लिए निजी प्रैक्टिस जारी रखने की अपील की है. हालांकि बंद पड़े मेडिका अस्पताल को जब जब कोविड अस्पताल के रूप में खोला गया था, उस वक्त जिले के उपायुक्त ने आईएमए के डॉक्टरों से अपनी सेवा देने की अपील की थी. उस वक्त आइएमए ने अपने हाथ खड़े कर दिए थे.
