सरायकेला/ Pramod Singh जिले में आए दिन वाहन चालकों द्वारा धड़ल्ले से ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और इसपर रोक लगाने वाला कोई नहीं. आए दिन जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में अधिकांश ड्रंक एंड ड्राइव मामले में दुर्घटनाएं हो रहीं हैं और प्रशासन ड्रंक एंड ड्राइव पर रोक लगाने में विफल साबित हो रहा है.


रविवार की अहले सुबह भी ड्रंक एंड ड्राइव का एक मामला देखने को मिला. जहां सरायकेला- कांड्रा मार्ग पर दुगनी सीआरपीएफ कैंप के समीप नशे में धुत्त एक छोटा हाथी वाहन चालक की लापरवाही से वाहन पलट गया जिससे उसमें सवार छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
घायलों में चार की स्थिति नाजुक बताई जा रही है. घायलों में दिलीप सरदार (35), बनमाली प्रधान (32) सौरव प्रधान (18), पवन महतो (36), कालीचरण (40) एवं अशोक महतो (57) शामिल है, जिसमें बनमाली प्रधान, दिलीप सरदार, पवन महतो एवं कालीचरण महतो की स्थिति नाजुक बताई जा रही है. वहीं वाहन पलटने के बाद चालक गाड़ी छोड़कर फरार हो गया.
घटना के बाद इसकी सूचना सरायकेला थाना को दी गई, जिसके बाद पेट्रोलिंग कर रहे एएसआई राकेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां से चिकित्सकों ने उक्त चारो गंभीर रूप से घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जमशेदपुर रेफर कर दिया. वहीं बाकी के सभी घायलों का सदर अस्पताल में उपचार चल रहा है. घटना रविवार की सुबह करीब 5:30 बजे की है.
घटना के बारे में घायलों ने बताया कि वे सभी अलग- अलग जगहों से छोटा हाथी संख्या JH05BZ- 6313 से गम्हरिया और टाटा जा रहे थे. वाहन चालक पूरी तरह नशे में धुत्त था और वाहन को बड़े ही लापरवाही से चला रहा था. पैसेंजरों द्वारा बार- बार मना करने के बावजूद भी वाहन को लापरवाही से चलाता रहा और सीआरपीएफ कैंप के समीप वाहन पलट गया.
पुलिस- प्रशासन उठाए ठोस और कारगर कदम: मनोज चौधरी
इधर जानकारी मिलते ही श्री कालूराम सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी सदर अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली. श्री चौधरी ने कहा कि परसों शाम को ही सड़क दुर्घटना में दुगनी के तिवारी जी की दर्दनाक सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी. कल उनके सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के समय परिजनों का दुःख और हृदय विदारक दृश्य था. उन्होंने कहा कि इस प्रकार प्रतिदिन सड़क हादसों में आमजनों को मरते देख नहीं सकते. आए दिन सड़क हादसों पर अंकुश लगाने में प्रशासन नाकाम है. इस प्रकार सड़क हादसों में आमजनों की जान जा रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक से सड़क दुर्घटनाओं में अंकुश लगाने एवं जान माल की रक्षा के लिए आवश्यक कारगर ठोस कदम नो एंट्री, बाईपास या अन्य उठाने की मांग की.
