सरायकेला/ Pramod Singh थाना चौक के यंग क्लब की ओर से एकदिवसीय ओपन चैलेंज कैरम टूर्नामेंट का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता का उद्घाटन समाजसेवी सह खिलाड़ी जलेश कवि ने किया. इस टूर्नामेंट में उड़ीसा के बारीपदा, रायरंगपुर, बहलदा, चम्पूआ, केऊझर तथा झारखंड के सरायकेला, कुचाई , चाईबासा, चक्रधरपुर, मजगांव, गालूडीह एवं टाटानगर से कुल 32 टीमो ने भाग लिया.


प्रतियोगिता का पहला सेमीफाइनल मैच में गालूडीह के माधव एवं सुभाष की जोड़ी ने बारीपदा के रवि एवं मोहित को हराकर फाइनल में प्रवेश किया. वहीं दूसरे सेमीफाइनल में सरायकेला के भास्कर एवं गोविंदा की जोड़ी ने चाईबासा के कृष्ण एवं विकास की जोड़ी को मात देकर फाइनल में अपनी जगह बनाई. प्रतियोगिता का फाइनल मैच गालूडीह बनाम सरायकेला के बीच खेला गया जिसमे कड़े संघर्ष के बाद गालूडीह के खिलाड़ियों द्वारा सरायकेला को मात देते हुए चैलेंजर ट्रॉफी पर अपना कब्जा कर लिया. टूर्नामेंट में तीसरे स्थान के लिए चाईबासा और उड़ीसा के बारीपदा के बीच मुकाबला खेला गया जिसमें चाईबासा के खिलाड़ी कृष्ण एवं विकास ने विजय हासिल की.
विजेता टीम को मिला 10,000 नगद
टूर्नामेंट के पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य रूप से जलेश कवि, गुड्डू सेन एवं एवं रामाशीष गुप्ता उपस्थित थे. अतिथियों के द्वारा प्रतियोगिता में विजेता रही टीम को पुरस्कृत किया गया. इसके तहत गालूडीह टीम को चैंपियन ट्रॉफी एवं ₹10000 नगद तथा उपविजेता सरायकेला की टीम को ट्रॉफी के साथ ₹7000 नगद राशि देकर सम्मानित किया गया. वहीं प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहे चाईबासा के कृष्णा एवं विकास को ₹4000 नगद राशि देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर श्री कवि ने कहा कि इसी तरह खेल के माध्यम से आपसी भाईचारा एवं समाज में फैल रही कुरीतियों को दूर करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सरायकेला में और बेहतर कैरम, शतरंज एवं एवं अन्य इंडोर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने दु:ख प्रकट करते हुए कहा कि क्षेत्र में आउटडोर गेम के लिए एकमात्र ऐतिहासिक एसएफसी मैदान जो वर्तमान भगवान बिरसा मुंडा, स्टेडियम के रूप में उपलब्ध है. उसे अभी तक खेल एवं खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध न कराकर विभिन्न तरह के आयोजन हेतु प्रयोग होना क्षेत्र के खेल एवं खिलाड़ियों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इस खेल के मैदान को ज्यादातर खेल एवं खिलाड़ियों के लिए प्रयोग करने हेतु संबंधित खेल पदाधिकारी को पूर्व में भी अवगत करवा चुके हैं. उम्मीद है कि जिला खेल पदाधिकारी सकारात्मक पहल करते हुए इस ऐतिहासिक खेल के मैदान को खेल एवं खिलाड़ियों के प्रति उपलब्ध कराने का यथाशीघ्र निर्णय लेंगे. अन्यथा संबंधित विषय को लेकर बहुत जल्द क्षेत्र के खिलाड़ी एवं खेल प्रेमी जिले के उपयुक्त से संपर्क कर इस विषय का समाधान करने का अनुरोध करेंगे. इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए आयोजन समिति के मुख्य रूप से गोविंद नाग, दिनेश साहू, हेमन्त सिंह, छोटेलाल साहू, गोलू, रमेश, अमित, रितिक,अ आनंद, राहुल अजय, राजकुमार एवं खिलाड़ियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
