सरायकेला: दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 17वें सिविल सेवा दिवस के मौके पर उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को पीएम एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया है. उन्हें यह सम्मान एक्सप्रेशन ब्लॉक कैटेगरी में गम्हरिया प्रखंड के पहले स्थान पर आने के कारण मिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों से श्री शुक्ला को यह सम्मान सौंपा.


बता दें कि यह सम्मान आकांक्षी प्रखंड गम्हरिया द्वारा किए जा रहे कार्यों के एवज में दिया गया है. इससे पूर्व प्रखंड द्वारा किए जा रहे कार्यों का एक डेमो का प्रेजेंटेशन दिया गया. विदित हो कि पिछले दिनों नीति आयोग की टीम अकांक्षी प्रखंड गम्हरिया दौरे पर पहुंची थी. जहां टीम ने आयोग के कार्यों को सभी मानकों पर सही पाया था. इस सम्मान को प्राप्त करते ही IAS रवि शंकर शुक्ला के सर सफलता का एक और सेहरा बंध गया है. इससे पूर्व वर्ष 2019 में नीति आयोग चैंपियन ऑफ चेंज का सम्मान, वर्ष 2023 में दुमका जिले में उपायुक्त रहते रविशंकर शुक्ला ने लैंड रिकॉर्ड मॉडर्नाइजेशन में उल्लेखनीय कार्य किया था. इस कार्य के लिए दुमका जिले को राष्ट्रपति ने ‘भूमि पुरस्कार’ दिया था. शुक्ला को वर्ष 2024 में तत्कालीन राज्यपाल एस राधाकृष्णन ने भी उत्कृष्ट कार्यों के लिए नेशनल वोटर डे पर सम्मानित किया था. अपने संबोधन में पीएम ने कहा, बीते 10 सालों में भारत ने वृद्धिशील परिवर्तन से आगे बढ़कर प्रभावशाली परिवर्तन का सफर देखा है. आज भारत का शासन मॉडल देश जनरेशन रिफॉर्म पर ध्यान दे रहा है. हम तकनीक, नवाचार और नवीन अभ्यास के जरिए सरकार और नागरिकों के बीच की दूरी समाप्त कर रहे हैं. इसका प्रभाव ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के साथ- साथ दूर दराज के इलाकों में भी दिख रहा है. आज हम एक ऐसी दुनिया में हैं जो बहुत तेजी से बदल रही है. हमारी नौकरशाही और नीति- निर्माण पुरानी प्रणालियों पर काम नहीं कर सकते. यही कारण है कि 2014 से ही व्यवस्थागत बदलाव को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया गया है. हम बहुत तेजी से खुद को बदल रहे हैं. भारत का आकांक्षी समाज चाहे वह युवा हो, किसान हो या महिलाएं – अभूतपूर्व सपने और महत्वाकांक्षाएं रखता है. इन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें उतनी ही अभूतपूर्व गति से प्रगति की आवश्यकता है. पिछले 10-11 साल की देश की जो सफलताएं रही हैं उन्होने विकसित भारत की नींव को बहुत मजबूत किया है. आज देश इस मजबूत नींव पर विकसित भारत की भव्य ईमारत का निर्माण कर रहा है. लेकिन, निर्माण की इस प्रक्रिया में हमारे सामने चुनौतियां कम नहीं है. भारत अब दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन चुका है. ऐसे में बुनियादी सुविधाओं की संतृप्ति हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. हमें खुद के लिए नई- नई कसौटियां भी नित्य बनाते रहने होगा और हर कसौटी को पार करते रहना होगा. सफलता की सबसे बड़ी कुंजी यही है कि खुद को चुनौती देते रहो. इस मौके पर उपायुक्त के साथ डीडीसी आशीष अग्रवाल एवं गम्हरिया बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी भी मौजूद रहे.
